आचार्य तुलसी का महाप्रयाण दिवस
उदयपुर। तेरापंथ धर्मसंघ के मुनि संजय कुमार ने कहा कि आचार्य तुलसी न केवल तेरापंथ बल्कि वर्तमान आचार्य महाश्रमण और आचार्य महाप्रज्ञ के भी निर्माता थे।
वे गुरुवार को आचार्य तुलसी के महाप्रयाण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आचार्य न सिर्फ तेरापंथ धर्मसंघ की साध्वी समुदाय बल्कि समस्त नारी जगत के उत्थानकर्ता थे। 22 वर्ष की अवस्था में धर्मसंघ का कार्यभार संभालने एवं अपने जीवनकाल में ही आचार्य पद का त्याग करने वाले विरले संत आचार्य तुलसी थे।
मुनि प्रसन्न कुमार ने कहा कि वे नैतिकता आंदोलन के प्रणेता थे। अणुव्रत, जीवन विज्ञान और प्रेक्षाध्यान उनके प्रमुख अवदान हैं।
मुनि धैर्यकुमार ने आचार्य को गीत से श्रद्धा सुमन अर्पित किए। स्वागत तुलसी निकेतन के सचिव यशवंत सिंह कोठारी ने किया। महिला मंडल के मंगलाचरण के बाद अणुव्रत समिति अध्यक्ष गणेश डागलिया, लक्ष्मी कोठारी, युवक परिषद अध्यक्ष अभिषेक पोखरना ने भी विचार व्यक्त किये। पंकज भंडारी ने गीत की प्रस्तुति दी। संचालन सभाध्यक्ष सूर्यप्रकाश मेहता ने किया। आभार मंत्री प्रकाश सुराणा ने जताया।