व्यापार की दुनिया में तीव्र गति से बदलाव आ रहा है और बिजनेस डेटा एनालिटिक्स के क्षेत्र में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। यह बात फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट, पेसिफिक विश्वविद्यालय की डीन, प्रो. महिमा बिड़ला ने विश्वविद्यालय सभागार में आयोजित फैकल्टी डवलपमेन्ट प्रोग्राम के उद्घाटन सत्र में कही।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में नौकरियों में प्रतिवर्ष 28 प्रतिशत की वृद्धि देखी जा रही है और आगे चल कर भी इस क्षेत्र में अपार सम्भावनाऐं है। बड़े, मध्यम एवं छोटे हर स्तर के उद्योग व्यापार में बिजनेस डेटा एनालिटिक्स का उपयोग बढ़ रहा है। और यह व्यापार की सफलता का अपरिहार्य अंग बन गया है। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में डीन, पीजी स्टडीज डा. हेमन्त कोठारी ने कहा कि जो व्यापार एवं उद्योग बिजनेस डेटा एनालिटिक्स का उपयोग नहीं करेंगे वह धीरे-धीरे पिछड़ते चले जायेंगे। इस क्षेत्र में नौकरियों में जबरदस्त मांग को देखते हुए पेसिफिक विश्वविद्यालय ने एमबीए इन बिजनेस एनालिटिक्स का कोर्स भी शुरू किया है।
कार्यक्रम संयोजक डा. शिवोह्म सिंह ने बताया कि बिजनेस डेटा एनालिटिक्स की सामयिकता के मद्देनजर इस क्षेत्र में फैकल्टी को अपडेट करने के उद्देश्य से पेसिफिक विश्वविद्यालय के फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट द्वारा एक सप्ताह के फैकल्टी डवलपमेन्ट प्रोग्राम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश, गुजरात तथा राजस्थान के विभिन्न शहरों से पधारे प्रबंधन क्षेत्र के 28 शिक्षक-शिक्षिकाएं भाग ले रहे है। आगामी एक सप्ताह तक विभिन्न सत्रों में कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों द्वारा स्टेटिस्टिकल एनालिटिक्स, प्रीडिक्टीव एनालिटिक्स, आॅपटिमाइजेशन एनालिटिक्स, फोरकास्टिंग तथा डेटा माइनिंग आदि विषय पर गहन प्रशिक्षण दिया जायेगा।
कार्यशाला समन्वयक डा निधि नलवाया व अली यावर रेहा ने बताया कि उपरोक्त विषयों के अलावा ‘‘आर’’, एसएएस तथा एक्सल का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। कार्यशाला के रिसोर्स परर्सन सिंगापुर, मलेशिया व जापान आदि देशों में अध्यापन कर चुके आईटीएम युनिवर्स, वड़ोदरा के डीन, प्रो. प्रसुन चक्रवर्ती तथा बिजनेस डेटा एनालिटिक्स के विशेषज्ञ प्रो. पुष्पकान्त शाकद्वीपी, प्रो. अंकिता भार्गव एवं कौस्तुभ भट्टाचार्य हैं।