उदयपुर। 1 जुलाई को लंदन के लिये निकली विश्व शांति यात्रा आज चाइना शासित तिब्बत की राजधानी ल्हासा पहुंची। उदयपुर से निकले 6 सदस्य दिनेश कटारिया, राजेंद्र शर्मा, अब्बास अली बंदूकवाला, सुनील लड्ढा, प्रीति लढ़ा व पवन धुुपिया इस 24 सदस्यीय टीम का हिस्सा हैं।
नेपाल में भारतीय दूतावास में राजदूत ने फ्लैग ऑफ कर रैली को रवाना किया। नेपाल के बड़े ही दुर्गम रास्तों, मात्र 150 किमी. रास्ता 15 घंटे में पार कर यह रैली चाइना बॉर्डर पहुंची। चाइना का पहला शहर टींगरी जो की समुद्र तल से 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। वहाँ पहुँचने के दौरान ऑक्सीजन की मात्रा इतनी कम थी की हर सदस्य सर दर्द, जी मचलाना सांस की तकलीफ महसूस करने लगा, एक समय ऐसा आया जब उदयपुर के 6 सदस्यों में से 5 को गाड़ी चलानी पड़ी। चाइना में हमारा अगला पड़ाव उइगाज़े शहर था। जिसे दलाई लामा प्रथम ने बसाया था। हमारा काफिला जिस शहर से गुजरता है उस शहर के लोग कौतुहल से रैली को देखते हैं और जहाँ रुकते हैं वहाँ लोगों की भीड़ इकट्टा होती है। तब उन्हें इस रैली के उद्देश्य के बारे में बताते हैं लोग तालियां बजा कर समर्थन करते हैं।