पेसिफिक विश्वविद्यालय के फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट द्वारा बिजनेस डेटा एनालिटिक्स जैसे सामयिक विषय पर आयोजित एक सप्ताह के फैकल्टी डवलपमेन्ट प्रोग्राम का समापन विश्वविद्यालय सभागार में हुआ। एफ.डी.पी. में विभिन्न राज्यों से आये कुल 28 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
डीन, प्रोफेसर महिमा बिड़ला ने बताया कि पेसिफिक विश्वविद्यालय द्वारा समय-समय पर सामयिक विषयों पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। इसी श्रृंखला में इस कार्यशाला का आयोजन किया गया ताकि प्रबन्धन क्षेत्र के फैकल्टी सदस्य डेटा एनालिटिक्स जैसे तेजी से उभरते विषय में स्वयं को अपडेट कर सकें।
कार्यक्रम समन्वयक डा. निधि नलवाया ने जानकारी दी कि कार्यशाला के दौरान एक सप्ताह तक अनेक सत्र आयोजित हुए जिसमें विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न टाॅपिक्स की गहन जानकारी प्रतिभागियों को दी गई। प्रथम सत्र में प्रोफेसर अंकिता भार्गव ने बिग डेटा इवोल्युशन, टाईपस आॅफ डेटा, वाॅल्युम, विलोसिटी एण्ड वेराइटी आॅफ डेटा आदि के बारे में विस्तार से बताया। द्वितीय सत्र में प्रोफेसर पुष्पकान्त शाकद्वीपी ने एसपीएसएस का उपयोग एवं स्टेटिसटीकल्स टैक्नीक तथा काॅरिलेशन एण्ड रिग्रेशन के बारे में बताया। तृतीय सत्र में प्रोफेसर के.के. दवे ने एक्सल का प्रयोग कर बिजनेस फाॅरकास्टिंग टैक्निक की जानकारी दी। चतुर्थ सत्र में उदयपुर चैम्बर आॅफ काॅमर्स के सी.ओ.ओ. कास्तुब भट्टाचार्य ने सिस्टम इम्पलेमेन्टेशन, डेटा आॅप्स, डेटा माइनिंग आदि के विषय में जानकारी दी। अगले सत्र में डा. शिवोह्म सिंह ने एक्सल के अनेक टुल्स के उपयोग एवं आॅप्टिमाइजेशन टेक्निक्स के बारे में विस्तार से समझाया। एक सत्र इन्ट्रोडक्शन एण्ड माॅडलिंग विथ ‘आर’ के बारे में हुआ। जिसमें अंकिता भार्गव ने स्टेटिटीकल्स प्रोग्रामिंग में काम आने वाले साॅफ्टवेयर ‘आर’ के बारे में प्रतिभागियों को सम्पूर्ण जानकारी दी। एक और सत्र में प्रो. अंकिता भार्गव ने ग्राफिकल रीप्रेजेनटेशन साॅफ्टवेयर टेबलू की विस्तृत जानकारी दी। फाइनेंस केस स्टडी पर भी एक सत्र हुआ जिसे प्रो. के.के. दवे ने सम्बोधित किया। अंतिम सत्र डेटा माइनिंग व प्रेडिक्टिव एनालिसिस पर हुआ जिसे बड़ोदरा से पधारे प्रो. प्रसुन चक्रवर्ती ने संचालित किया। समापन सत्र में प्रतिभागियो ने अनुभवों को साझा किया एवं इस फैकल्टी डवलपमेन्ट प्रोग्राम को बहुत उपयोगी बताया।