तेरापंथ में हुआ अभिनव सामायिक दिवस, टेलोफोन डायरेक्ट्री का विमोचन
उदयपुर। तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण के सुशिष्य मुनि प्रसन्न कुमार ने कहा कि अच्छे काम के लिए व्यक्ति के पास समय नहीं है। बुरे कर्म, पाप में ही समय निकला जा रहा है। एक घंटा समता, सब्र किसी को नहीं है। समता रखने का नाम ही सामायिक है। सामायिक में आने वाले पाप रुक जाते हैं।
वे गुरुवार को पर्वाधिराज पर्युषण के तीसरे दिन सामायिक दिवस पर आयोजित विशाल धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने गीत प्रस्तुत करते हुए कहा कि जिसे अपनी संस्कृति, संस्कारों पर गर्व है वो सामायिक करने में कभी संकोच नहीं करेगा। अच्छा काम करने में किस बात की शर्म। कोई बुरा काम तो कर नहीं रहे हैं। एरोड्रम पर प्लेन को लेट कर सामायिक करने का भी उदाहरण हुआ है। जागरूकता और शुद्ध भावना से की जाने वाली सामायिक श्रेष्ठ होती है। अच्छे काम में अपना समय और श्रम नियोजन करना ही जीवन की सार्थकता है। सामायिक में नहीं करने वाली बात करते हैं। पापकारी प्रवृत्ति नहीं करें। अगर करना है तो अन्यत्र करें। जो बात करनी है, वो नहीं करेंगे। जो नहीं करनी है, उसमें समय व्यर्थ करेंगे। करना ही है तो स्वाध्याय, ध्यान, जप करें। गुजरात में सामायिक के नाम से सम्प्रदाय चलते हैं।
मुनि धैर्य कुमार ने गीत के माध्यम से प्रतिदिन सामायिक करने की महत्ता बताई। इस अवसर पर तेरापंथ धर्मसंघ का गजट, मर्यादा पत्र, अनुशासन पत्र का वाचन किया गया।
महिला मंडल अध्यक्ष सुमन डागलिया ने बताया कि इस अवसर पर महिला मंडल की ओर से टेलीफोन डायरेक्ट्री का विमोचन किया गया। महिला मंडल की बहनों ने मंगलाचरण किया। सभा मंत्री प्रकाश सुराणा ने बताया कि शुक्रवार को वाणी संयम दिवस पर प्रवचन होंगे।