पेसिफिक विश्ववविद्यालय के पेसिफिक पॉलिटेक्निक कॉलेज के माइनिंग विभाग के द्वारा “अंडरग्राउंड माइन मेकेनाइजेशन” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया।
डॉक्टर मुकेश श्रीमाली (डायरेक्टर पेसिफिक पॉलिटेक्निक कॉलेज) ने बताया कि मुख्य अतिथि दीपक प्रभाकर (माइंस मैनेजर, जावर माइंस) थे। प्रोफेसर केके दवे (डायरेक्टर एकेडेमिक्स पेसिफिक यूनिवर्सिटी) मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। दीपक ने हिंदुस्तान जिंक की विभिन्न माइंस के बारे में छात्रों को अवगत कराया व माइन मेकेनाइजेशन के लाभ जैसे सेफ्टी प्रोडक्शन, टाइम सेविंग को भी बताया।
उन्होंने अंडरग्राउंड माइनिंग करने के विभिन्न प्रोसेस जैसे सर्वे, ड्रिलिंग, ब्लास्टिंग, मकिंग, स्केलिंग, लोडिंग के बारे में विस्तार से छात्रों को बताया। उन्होंने अंडरग्राउंड माइंस में प्रयोग में आने वाली विभिन्न मशीनरी जैसे ड्रिलिंग, चार्जिंग, लोडिंग मशीनरी के बारे में बताया साथ ही साथ माइन साइकिल के बारे में भी बताया कि प्रथम चरण एक्सप्लोरेशन, द्वितीय चरण डिजाइन एंड प्लान ऑफ़ ओर बॉडी, तृतीय चरण डेवलपमेंट, चतुर्थ चरण ओर बॉडी एक्सट्रैक्शन एवं अंतिम चरण माइन क्लोज़र होता है। उन्होंने छात्रों को यह भी बताया की माइनिंग इंडस्ट्री में एनवायरमेंट तथा सेफ्टी अति आवयश्क होती है। उन्होंने पेस्ट फीलिंग तकनीक एवं माइन वेंटिलेशन के बारे में भी छात्रों को विस्तार से बताया। अंत में प्रोफेसर केके दवे ने दीपक प्रभाकर को स्मृति चिन्ह भेंट किया एवं नीरज श्रीमाली द्वारा वोट ऑफ़ थैंक्स दिया गया। संचालन रश्मि वाजपेयी व हेमंत वैष्णव द्वारा किया गया।