छह साल से परेशान गोविन्दराम को मिली राहत
उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हाॅस्पिटल,बेदला मैं भोजन नली में रूकावट का सफल ऑपरेशन किया गया। इस आॅपरेशन को अंजाम दिया गे्रस्ट्रोसर्जन डॉ.विकेश जोशी, एनेस्थिटिक डॉ. प्रकाश औदित्य, डाॅ. स्वाति, डाॅ. आरती, बृजेश भारद्वाज, अजय चैधरी एवं संदीप की टीम ने।
सिरोही जिले के पाडीव गाॅव निवासी पाठ पूजा का कार्य करने वाले 45 वर्षीय गोविन्द राम को पछले छह साल से पेट दर्द एवं खाना खाने मे परेशानी का सामना करना पड रहा था। गोविन्द राम को खाना खाने के साथ साथ पानी पीनें में परेशानी हो रही थी, यह परेशानी पिछलें पाॅच महिनों में ज्यादा हो गई जिसके चलते गोविन्द राम का वजन 55 किलों से घटकर 39 किलो रह गया। परिजनों ने गोविन्द राम को पालनपुर एवं अहमदाबाद दिखाया लेकिन आॅपरेशन में खर्चा ज्यादा होने एवं आर्थिक हालातों के चलते उसे पेसिफिक हाॅस्पीटल बेदला लेकर आए यहाॅ पर ग्रस्ट्रोसर्जन डाॅ.विकेश जोशी को दिखाया,जाॅच करने पर पता चला कि मरीज के खाने की नली नीचे से सिकुड गई है जिसके चलते खाने को उदर मेें जाने में काफी दिक्कत होती है। इस बीमारी को एक्लेजिया कहतें है। जिसका की आॅपरेशन द्वारा ही इलाज सम्भव था।
ग्रस्ट्रोसर्जन डाॅ.विकेश जोशी ने बताया कि गोविन्द राम को लेप्रोस्कापिक हेलर कार्डियो मायोटाॅमी द्वारा इस समस्या से छुटकारा दिलाया। इस प्रक्रिया के दौरान, निचले एसोफेजियल स्फिंक्टर में मांसपेशियों के तंतुओं को काट दिया जाता है। डाॅ.जोशी ने बताया कि एक्लेजिया (भोजन नली में रूकावट ) की समस्या एक लाख लोगों में से 0.03 से एक फीसदी ही व्यक्तियों में होती है। एक्लेजिया की समस्या वाले लोगों को अक्सर निगलने में परेशानी होती है या ऐसा महसूस होता है कि भोजन उनके भोजन नली में फंस गया है। इसे डिस्पैगिया के नाम से भी जाना जाता है। अन्य लक्षणों में सीने में दर्द या तकलीफ,वजन घटना,खाने के बाद तीव्र दर्द या बेचैनी आदि शामिल हैं
गोविन्द राम के इस आॅपरेशन में सरकार की भामाशाह योजना के साथ साथ मेंनेजमेन्ट का काफी सहयोग रहा जिसके लिए परिजनों ने संस्थान के चेयरमेन राहुल अग्रवाल को धन्यवाद दिया। मरीज अभी तरह से स्वस्थ्य है और उनको छुट्टी दे दी है।