उदयपुर। महाराणा मेवाड़ हिस्टोरिकल पब्लिकेशन्स ट्रस्ट, उदयपुर द्वारा प्रकाशित वार्षिक कैलेंडर ‘मेवाड़ के जलदाता’ एवं ‘श्री मेवाड़ विजय पंचांग’ का विमोचन महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी अरविन्द सिंह मेवाड़ ने किया।
कैलेंडर विमोचन के अवसर पर पब्लिकेशन्स ट्रस्ट के प्रबंधक गिरिराज सिंह ने बताया कि मेवाड़ के महाराणाओं ने अपने-अपने शासन काल के दौरान जल प्रबन्धन की दिशा में कई उल्लेखनीय कार्य किये और जलाशयों का निर्माण करवाया। यही नहीं उदयपुर में सुन्दरतम जलाशयों का इस तरह निर्माण करवाया कि उदयपुर शहर को ‘झीलों की नगरी’ के नाम से दुनिया में पहचान मिली है। नव वर्ष 2020 का वार्षिक कैलेंडर ‘मेवाड़ के जलदाता’ उन्हीं महाराणाओं को समर्पित किया गया है।
जल प्रबन्धन एवं संरक्षण के क्षेत्र में मेवाड़ के महाराणाओं द्वारा किये गये कार्य विश्व भर में अपना विशेष स्थान रखते हैं। महाराणाओं ने मेवाड़ राज्य सीमा की शत्रु आक्रांताओं से रक्षा के लिए और साथ ही साथ अकाल व सूखे से निपटने हेतु वर्षा जल के संचय, संरक्षण एवं प्रबन्धन में अद्वितीय योगदान दिया। जिसके श्रेष्ठ उदाहरण मेवाड़ में निर्मित विभिन्न झीलें, तालाब, बाँध एवं नहरें हैं, इनमें उदयसागर झील, राजसमुद्र, जयसमुद्र, पिछोला झील, जनासागर झील (बड़ी), स्वरूप सागर, फतह सागर के निर्माण हैं। वर्ष 2020 के वार्षिक कैलेंडर में जनवरी से दिसम्बर तक के पृष्ठों के साथ ही पीछे दो पृष्ठों में मेवाड़ के जलदाता मेवाड़ में जल संचय, संरक्षण एवं प्रबन्धन में महाराणाओं का योगदान ऐतिहासिक वृत्तांत के साथ उनके समय के निर्माण कार्यों को भी दर्शाया गया है।