उदयपुर। कथावाचक कुंज बिहारी दास ने कहा कि संसार में जो व्यक्ति नाम लेता है वह समस्त शास्त्रों के सिद्धान्तों को जान लेता है और जिसने नाम नहीं और वह भले ही समस्त वेदों का ज्ञाता ही क्यों न हो,यही प्रतीत होता है कि उसनें जीवन में कुछ नहंी किया है।
वे आज हिरणमगरी से. 4 स्थित महेश सेवा समिति में चल रही 7 दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ‘गगोत्सव‘ के दूसरे दिन बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विष्णु,राम, कृष्ण के अनेक नाम है जबकि परमात्मा एक है तो उसका एक ही नाम क्यों नहंी है। इससे क्या मनुष्य भ्रमित नहीं हो जायेगा। इतने सारे नाम क्यों है। इस पर स्वामी विवकेकानन्द ने एक समारोह में कहा कि जब आपके भाई-बन्धुओं से बहुत से संबंध हो सकते है तो वे तो सर्वेश्वर है। उनके इतने नाम क्यों नहीं हो सकते है। उन्होंने कहा कि जिसकी जैसी भावना होती है उसे उसी अनुसार फल मिलता है। जिसे ईश्वरीय भक्ति प्राप्त हो जाती है उसे संसार के सभी सुख प्राप्त हो जाते है।
आयेाजक सुरेश तोतला ने बताया कि महाराज ने आज चैबीस अवतार, कुन्ती स्तुति, भीष्म स्तुति, शुकदेव आगमन पर भी कथा वाचन किया। नरेश तोतला ने बताया कि शनिवार को चतुःश्लोकी भावगत, वराह अवतार, कपिलोपाख्यान, सती चरित्र, धु्रव चरित्र पर कथा वायचन होगा। आज मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, विजयप्रकाश विप्लवी, गोविन्द दीक्षित, दीपक डांगी ने कथा का श्रवण कर इसका लाभ लिया।