उदयपुर। राष्ट्रसंत गुरुमा गणिनी आर्यिका परिवार संस्कार पद यात्रा प्रणेता 105श्री सुप्रकाशमति माताजी का आज 39वा सयंम दीक्षा महोत्सव ध्यानोदय क्षेत्र पर जिनगुण सम्पत्ति जिनेन्द्र महाअर्चना करते हुए भक्तों द्वारा मनाया गया।
सुप्रकाश ज्योति मंच के राष्ट्रीय संयोजक ओमप्रकाश गोदावत ने बताया कि गुरु माँ की 54 वर्ष की आयु में 39 वर्ष दीक्षा लिए हुए हो गए। इतनी भयंकर ठण्ड मे प्रातः 8 बजे श्रावक ध्यानोदय पहुंचना गुरु के प्रति अपना समर्पण ही है। प्रातः 8बजे प्रभु 1008 कामधेनु शांतिनाथ पर पंचामृत अभिषेक का पुण्य अभय गाड़िया,महाशांति धारा का लाभ मोहन विदावत, भगवती लाल नन्नावत,बदामीलाल चित्तौड़ा एवं गुरु माँ पाद पक्षालन का चंद्रप्रकाश कलावत परिवार ने लिया।
इस अवसर पर गुरु मंा ने कहा कि आज से ठीक 38 वर्ष पूर्व गुरु दयासागर ने बोरीवली त्रिमूर्ति पर मुझे मोक्ष मार्ग की दीक्षा प्रदान की और कहा की बेटा आज मैं तुम्हें जिस मार्ग पर ले जा रहा हूं, यह मार्ग कभी तुझे एक दिन भगवान बनायेगा और परम पद को प्राप्त कराएगा। जीवन एक पानी के बुलबुले से अधिक कुछ नहीं, जिसने इसे समझ लिया वो किसी व्यर्थ भोग विलास मे ना जाकर मोक्ष मार्ग मे अपना सब कुछ पर लेता है। यह मार्ग संसार में रहते हुए भी अपना सकते हो। बस आपको अपने को कुछ नियम समय एवं संयम मे बांधना है। यदि आप व्यापार, नौकरी में भी उन्नति चाहते हो तो इन नियमों का पालन करोगे तो अवश्य सफलता को प्राप्त करोगे। अंत में गुरु मंा की आरती का लाभ विमला, महावीर जैन उदयपुर ने प्राप्त किया। गोदावत ने बताया कि 15 फरवरी को ध्यानोदय वार्षिकोत्सव एवं सहस्त्र दीपोत्सव बलीचा में गुरुमा के सानिध्य मंे धूमधाम से मनाया जायेगा।