उदयपुर। रोटरी क्लब 3054 की प्रान्तपाल बीना देसाई ने कहा कि देश की साक्षरता दर को 70 से बढ़ाकर 100 प्रतिशत करना हमारा लक्ष्य है। जिसे रोटरी सदस्यों के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये इस लक्ष्य को शीघ्र ही प्राप्त किया जायेगा।
वे आज होटल स्वरूपविला में वे शुक्रवार को रोटरी उदयपुर रॉयल (3054) की आधिकारिक यात्रा पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान में भी राष्ट्रीय स्तर पर रोटरी ने सरकार को कमिटमेंट दिया हुआ है कि देश को स्वच्छ बनाने में रोटरी कंधे से कंधा मिलाकर साथ कार्य करेगी। रेनवाटर हार्वेस्टिंग, डायबिटीज, किडनी को लेकर भी रोटरी काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि रोटरी ने भारत में सेवा के 100 वर्ष पूरे कर लिये है और इस दौरान रोटरी ने देश में 20 हजार बच्चों की हार्ट सर्जरी करा उन्हें नया जीवन देने का प्रयास किया। भारत में 3098 स्कूलों को हैप्पी स्कूलों में परिवर्तित किया। ब्लैक बोर्ड को डिजिटल बोर्ड बन कर ई-लर्निंग के जरिये 15 हजार सरकारी स्कूलांे के 50 लाख बच्चों को लाभान्वित किया। 90 नेत्र चिकित्सालय में 20 लाख नेत्र रोगियों को के आॅपरेशन कराये गये। रोटरी ने स्वच्छता अभियान के तहत देश के ग्रामीण इलाकों में 25 हजार से अधिक टाॅयलेट बनावायंे।
उन्होंने बताया कि रोटरी 200 देशों में 12 लाख सदस्यों के साथ काम कर रहा है। देश में 100 वर्ष रोटरी को हो चुके हैं देश में 12 से 14 करोड़ के काम हो रहे हैं। पोलियो उन्मूलन में रोटरी की महत्ता को भुलाया नही जा सकता। दो देशों में अब भी पोलियो बाकी है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी काम चल रहा है।
रोटरी उदयपुर रॉयल के अध्यक्ष प्रतीक हिंगड़ के बताया कि क्लब ने हैप्पी स्कूल के माध्यम से शिक्षा में नवाचार लाने का प्रयास किया है। इस वर्ष गार्गी, प्रियदर्शिनी अवार्ड भी शुरू किए हैं। इस क्लब में यंग रोटेरियन्स हैं। शिक्षा, पानी, मेडिकल में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। अपने वर्क प्लेस के आसपास जो रोटरी क्लब हो उसमें जॉइन करने का मकसद रहता है इसलिये इतने सारे रोटरी क्लब उदयपुर में हैं। रोटरी ने अब तक पोलियो के लिए 6000 करोड़ डॉलर दिए हैं। इस अवसर पर सहायक प्रांतपाल यशवंत मंडावरा, सचिव मुकेश शर्मा, पूर्व अध्यक्ष मुकेश जनवा सहित अनेक सदस्य मौजूद थे।
निर्धन बच्चों के बीच समय बिताया प्रांतपाल ने
इससे पहले देसाई का उदयपुर पहुंचने पर क्लब अध्यक्ष चेतन प्रकाश जैन के नेतृत्व में काया स्थित सेवा मंदिर पर भव्य स्वागत किया गया। यहां रह रहे स्कूली बच्चों को प्रांतपाल द्वारा क्लब की ओर से निर्धन बच्चों को जूते वितरित किए गए।