अनिल अग्रवाल फाउंडेशन की पहल नंद घर, को राजस्थान सरकार द्वारा ‘इंदिरा महिला शक्ति प्रोत्साहन योजना सम्मान योजना‘ के तहत सर्वश्रेष्ठ सीएसआर से सम्मानित किया गया है।यह पुरस्कार मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद्, जोधपुर इंदरजीत यादव द्वारा दिया गया।
महिला एवं बाल विकास विभाग जोधपुर ने समुदाय विकास में योगदान के लिए नंद घर के सराहनीय योगदान हेतु यह पुरस्कार प्रदान किया। यह पुरस्कार नंद घर द्वारा राजस्थान के परिदृश्य में जिला स्तर पर बच्चों, महिलाओं और समुदाय के विकास और उत्थान के लिए किये गये कार्यो को दर्शाता है।
जोधपुर जिले में 200 आंगनवाड़ी केंद्रों और राजस्थान में 12 जिलों में 1185 आंगनवाड़ी केंद्रों को नन्द घरों परिवर्तित किया गया है, जो बच्चों और महिलाओं को उनके समग्र विकास और सुविधाएं प्रदान करते हैं। नंद घर परियोजना की शुरूआत वर्ष 2015 में वेदान्ता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में हुई थी। मॉडल आंगनवाड़ियों का एक नेटवर्क, नंद घर ई-लर्निंग, बाला डिजाइन और स्मार्ट किट के माध्यम से प्री-स्कूल शिक्षा प्रदान करता है।
शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को उनके विकास के लिए पौष्टिक भोजन और स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं। नंद घर का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं के बीच कौशल और उद्यमिता को भी मजबूत करना है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सहयोग से 13.7 लाख आंगनवाड़ियों में 8.5 करोड़ बच्चों और 2 करोड़ महिलाओं के जीवन को बदलने के लक्ष्य के साथ नंद घर परियोजना की शुरुआत की गई।
2300 से अधिक केंद्रों के साथ, नंद घर परियोजना अब 11 राज्यों राजस्थान, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, पंजाब, असम, हिमांचल प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में संचालित है। परियोजना का लक्ष्य 40 लाख समुदाय के सदस्यों के लाभान्वित करना है, वहीं लगभग 2 लाख बच्चों और 1.8 लाख महिलाओं को वार्षिक आधार पर लाभ पहुंचाना है।
24 घण्टों बिजली के लिए नंद घरों में नंद घरों पर सौर ऊर्जा, वाटर प्यूरीफायर, स्वच्छ शौचालय और स्मार्ट टेलीविजन सेट के साथ स्थानीय समुदायों के लिए एक मॉडल संसाधन केंद्र स्थापित किया गया है। प्री-स्कूल शिक्षा 3-6 वर्ष की आयु के बच्चों को प्रदान की जाती है। बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पौष्टिक भोजन और टेक-होम राशन प्रदान किया जाता है। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मोबाइल स्वास्थ्य वैन और टेलीमेडिसिन सुविधाओं के माध्यम से प्रदान की जाती हैं और महिलाओं को स्किलिंग, क्रेडिट लिंकेज और उद्यम विकास के माध्यम से सशक्त किया जाता है।