तिमाही में 2481 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ
972,000 टन सर्वाधिक भूमिगत खनित धातु उत्पादन, 93000 टन रिफाइन्ड धातु उत्पादन, 706 एमटी बिक्री योग्य चांदी उत्पादन
उदयपुर। हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष तथा इसी वर्ष की चैथी तिमाही के परिणामों की घोषणा की।
वित्तीय वर्ष की चैथी तिमाही के परफोरमेंस पर हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि आज देश कोविड महामारी के दौर से गुजर रहा है जो ऐसी भयावह स्थिति हमने पहले नहीं देखी है। उदयपुर और इसके आस-पास के अस्पतालों में कंपनी के स्मेल्टरों से लिक्विड आॅक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि हमने 22 महीनों के दौरान शून्य दुर्घटना संचालन सुनिश्चत कर खनन धातु एवं चांदी का रिकाॅर्ड उत्पादन किया है। मुझे यह बताते हुए भी खुशी हो रही है कि वर्ष की रन-रेेट क्षमता 1.2 एमटी रही है। तीसरे वर्ष धातुओं और खनन श्रेणी में एशिया प्रशांत क्षेत्र में हमने अपना पहला स्थान बनाए रखा है और लगातार तीसरे वर्ष भारत की कंपनियों के साथ जलवायु परिवर्तन सीडीपी 2020 में ‘ए’ रेट हासिल किये हैं। ’’
हिन्दुस्तान जिं़क के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं हेड फाइनेन्स ने बताया कि ‘‘आॅपरेटिंग क्षमता पर हमारे प्रयासो ने लागत अनुकूल और बेहतर लाभप्रदता का नेतृत्व किया है। हमने तिमाही में सर्वाधिक ईबीआईटीडीए रहा है जो गतवर्ष की समान तिमाही से लगभग दोगुना है, शुद्ध लाभ गतवर्ष की तुलना में 85 प्रतिशत अधिक है और हमने भूमिगत खनन कार्यों के परिवर्तन के बाद से उत्पादन की सबसे कम वार्षिक डाॅलर लागत प्राप्त की है। हम व्यावसायिक क्षमता में सुधार लाने और प्रौद्योगिकी, डिजिटलाइजेशन प्रयासों, डेटा-ड्राइवन निर्णय लेने और सबसे महत्वपूर्ण रूप से लोगों के निवेश के माध्यम से लागत को कम करने के लिए अपने प्रयासों को आगे भी जारी रखेंगे ताकि उद्योग के प्रमुख रिटर्न को बनाए रखने और सभी हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य बनाने के लिए लोगों की क्षमताओं में निवेश हो।’’
वित्तीय वर्ष की चैथी तिमाही में 288,000 टन खनित धातु का उत्पादन हुआ है जो गतवर्ष की समान अवधि की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक दर्शाता है जो हायर अयस्क उत्पादन के कारण आंशिक रूप से कम समग्र ग्रेड से आॅफसेट रहा। हायर अयस्क उत्पादन और बेहतर समग्र ग्रेड के कारण एमआईसी उत्पादन 18 प्रतिशत वृद्धि हई है। वित्तीय वर्ष के दौरान 972 केटी रिकाॅर्ड उत्पादन रहा है। यह कोविड-19 में 18 दिनों तक लाॅकडाउन और अन्य कार्यबलों पर प्रतिबंधों होने के बावजूद वित्तीय वर्ष में 2021 में उत्पादन श्रेष्ठ रहा है।
कंपनी का वित्तीय वर्ष में मुख्य रूप से, खदानों में अयस्क ग्रेड में सुधार के कारण खनन धातु उत्पादन मेें 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पूरे वर्ष में खनन धातु उत्पादन 972,000 टन रहा है जो मुख्य रूप से हायर अयस्क उत्पादन गतवर्ष की तुलना में 6 प्रतिशत अधिक है।
चैथी तिमाही में 256,000 टन एकीकृत धातु का उत्पादन हुआ जो गतवर्ष की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक हैं। 195,000 टन एकीकृत जस्ता धातु का उत्पादन हुआ जो गतवर्ष की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक है। चैथी तिमाही में 61,000 टन एकीकृत सीसा धातु का उत्पादन हुआ जो गतवर्ष की तुलना में 24 प्रतिशत अधिक है।
चैथी तिमाही में 203 एमटी एकीकृत चांदी का उत्पादन हुआ जो गतवर्ष की तुलना में 21 प्रतिशत अधिक है जो कि प्रमुख सीसा उत्पादन के अनुरूप रहा जाक सिन्देसर खुर्द खदान में श्रेष्ठ गे्रड होने के कारण संभव हुआ है।
वित्तीय वर्ष के दौरान धातु का उत्पादन 7 प्रतिशत से बढ़कर 930 केटी और चांदी का उत्पादन 16 प्रतिशत बढ़कर रिकाॅर्ड 706 एमटी तक पहुंच गया है।
कंपनी ने वित्तीय वर्ष की चैथी तिमाही के दौरान जस्ता-सीसा एवं चांदी की सुद्ढ़ कीमतों एवं खनित धातु की बिक्री के परिणामस्वरूप 6,725 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है।
कंपनी ने वित्तीय वर्ष की चैथी तिमाही के दौरान 3,875 करोड़ रुपये का ईबीआईटीडीए अर्जित किया है जो गतवर्ष की तुलना में 98 प्रतिशत अधिक है तथा वर्ष के दौरान 11,739 करोड़ रुपये का ईबीआईटीडीए अर्जित किया है जो गतवर्ष की तुलना में 33 प्रतिशत अधिक है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष की चैथी तिमाही के दौरान 2,481 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है तथा वर्ष के दौरान 7,980 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है जो गतवर्ष की तुलना में 17 प्रतिशत अधिक है।
वित्तीय वर्ष 2022 में दोनों खनित धातु और फिनिश्ड धातु उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में अधिक प्रत्येक के बी.सी. 1025 – 1050 केटी होने की संभावना है। वर्ष 2022 में बिक्री योग्य चांदी का उत्पादन अधिक होने की उम्मीद है और सी. 720 एमटी अनुमानित है। वर्ष 2022 में उत्पादन की जसता लागत प्रति एमटी 1000 डाॅलर से नीचे रहने की संभावना है। वर्ष के दौरान प्रोजेक्ट कैपेक्स लगभग यूएस डालर 100 मिलियन होने की उम्मीद है। वर्ष के दौरान कंपनी ने 15,008 करोड़ रुपये रायल्टिज, कर एवं लाभांश के माध्यम से सरकारी खजाने में योगदान दिया है जो राजस्व का 66 प्रतिशत है।