राजकीय एवं पुलिस अधिकारियों को राखी बांध कर कोविड 19 के दौरान रक्षा के लिये दिया धन्यवाद
उदयपुर। भाई बहन के त्यौहार रक्षाबंधन पर स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी सखियों द्वारा बनी ईकोफ्रेण्डली राखियां बहने अपने भाईयों की कलाई पर बांधेगी। स्क्रेप कपड़ों और हाथों से बनी ये राखियां बहनों के आकर्षण का केंद्र रही।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा मंजरी फाउण्डेशन के सहयोग से संचालित सखी परियोजना से 5 जिलों अजमेर, भीलवाड़ाए राजसमंदए चित्तौडगढ़ और उदयपुर जिलों की सखी महिलाओं ने पहली बार राखियों को बनाया है जो कि ईको फ्रेण्डली होने के साथ साथ डिजाइनर भी है। ये राखियां हिन्दुस्तान जिंक की ईकाइयों के साथ ही बाजार में भी उपलब्ध करायी गयी जिन्हें बहनों ने बहुत पसंद किया एवं बाजार में इनकी मांग रही। अलग अलग डिजाइनए आकार और रंगों की इन राखियों की कीमत 10 से 50 रूपयों तक है। हिन्दुस्तान कर्मचारियों और परिवारों के लिये दरीबा स्मेल्टिंग काॅम्प्लेक्सए जावरमाइंसए रामपुरा आगुचा माइंसए चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर और देबारी स्मेल्टर में काॅलोनी में स्टाॅल लगाए गये जो कि आकर्षण का केंद्र रहीए खरीददारो द्वारा हाथो हाथ लिये जाने से सखियों को इससे प्रोत्साहन मिला।
सखी महिलाओं ने टिडी पुलिस स्टेशनए जावर में पुलिस कर्मचारियों की कलाई पर पवित्र धागा बांधकर त्योहार मनाया। वहीं दरीबा सखी में महिलाओं ने बीडीओ भुवनेश्वर सिंह चैहान और मंडल निरीक्षक, रेलमगरा भरतनाथ योगी की कलाई पर राखी बांधी। सखियों ने कोविड.19 के कठिन समय के दौरान उनकी सेवाओं और नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए पुलिस अधिकारियों को धन्यवाद दिया।