उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पिटल के डॉक्टरों की डेढ महीने की मेहतन रंग लाई है। बेबी ऑफ कविता (बदला हुआ नाम) जिसका वजन जन्म के समय सिर्फ 770 ग्राम था उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। बच्चे का वजन अब बढ़कर 1.8 किलो तक हो गया है। बच्चा अब खतरे से बाहर है। उसके सभी ऑर्गन पूरी तरह से काम कर रहे हैं।
पीएमसीएच के डीन एवं बाल एवं शिशू रोग विशेषज्ञ डॉ.ए.पी.गुप्ता ने बताया कि मरीज की समय से पूर्व डिलिवरी हो गई और बच्चा सिर्फ 30 हफ्ते का और प्रीमच्योर था। बच्चे को तुरन्त नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (एनआईसीयू) में विशेष देखरेख के लिए ऐडमिट किया गया। पिडियाट्रिक विभाग के विभागाघ्यक्ष डाॅ. रवि भाटिया ने बताया कि जांच में सामने आया कि बच्चे को सांस लेने की दिक्कत हो रही थी फेफड़ों को विकसित करने के लिए दवा शुरू की गई। 30 हफ्ते में डिलिवरी होने से मां को भी दूध नहीं आ रहा था। बच्चा इतना कमजोर था कि फीडिंग नहीं कर सकता था। धीरे धीरे शिशु की अवस्था में सुधार लगा साथ ही वह माॅ का दूध पीने लगा।
पीडियाट्रिक विभाग के डाॅ.दिनेश रजवानिया,डाॅ.पुनीत जैन,डाॅ.सन्नी मालविया,डाॅ.सुरेश जाखड़,डाॅ.भुवनेश एवं पूरी टीम का इस बच्चे के इलाज में योगदान रहा। बच्चे के निःशुल्क इलाज के लिए परिजनों ने पीएमसीएच के चेयरमेन राहुल अग्रवाल को धन्यवाद दिया।