इंर्फोमेशन मैनेजमेंट सिक्योरिटी सिस्टम के लिये 27001, आईटी डिजास्टर रिकवरी एण्ड बिजनेस कंटीन्यूटी के लिये आईएसओ 22301, प्राईवेसी इंर्फोमेशन के लिये आईएसओ 27701, आईटी रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम के लिये आईएसओ 31000
उदयपुर। देश की सबसे बड़ी जिंक, लेड खनन कंपनी हिन्दुस्तान जिं़क को अपने आईटी प्रणाली के लिए एकीकृत आईएसओ प्रमाण पत्र दिया गया है। इंर्फोमेशन मैनेजमेंट सिक्योरिटी सिस्टम के लिये 27001, आईटी डिजास्टर रिकवरी एण्ड बिजनेस कंटीन्यूटी के लिये आईएसओ 22301, प्राईवेसी इंर्फोमेशन के लिये आईएसओ 27701, आईटी रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम के लिये आईएसओ 31000 शामिल हैं। इन प्रमाणपत्रों के साथ, कंपनी उन उद्योगों में शामिल हो गयी है जो साइबर सुरक्षा, आईटी जोखिम, निरंतरता और गोपनीयता के डोमेन में उच्चतम शासन और नियंत्रण मानकों का पालन करते हैं। कोरोना वायरस की अवधि के दौरान, हिंदुस्तान जिंक ने इन रूपरेखाओं को विकसित करने के लिए अथक प्रयास किया एवं 6 महीने के बेंचमार्क समय में इसे पूरा किया गया।
इस पर ट्वीट करते हुएए हिंदुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा कि हिंदुस्तान जिंक अब साइबर सुरक्षा में उच्चतम शासन और नियंत्रण मानकों के साथ कॉरपोरेट्स में से एक है। हमें इंटरटेक और यूकेएएस, यूनाइटेड किंगडम एक्रेडिट सर्विसेज द्वारा मान्यता प्राप्त एकीकृत आईएसओ सिस्टम के लिए प्रमाणित किया गया है। इससे हम गोपनीयता प्रमाणित कंपनी है जो हमारे कर्मचारियोंए व्यावसायिक भागीदारों और ग्राहकों को उनकी व्यक्तिगत संवेदनशील जानकारी की गोपनीयता सुनिश्चित करता है। डिजिटल परिवर्तन के लिए हमारे नवाचारों में डेटा की गोपनीयता प्रमुख प्राथमिकता है।
भारत के सर्वोच्च न्यायालय के अनुसार, भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत सभी को निजता का अधिकार है। हिंदुस्तान जिंक इस मौलिक अधिकार का को सुनिश्चित करते हुए सभी हितधारकों की गोपनीयता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। गोपनीयता सुरक्षा, वर्तमान में विश्व में सबसे अधिक चर्चित है। अधिकांश देशों ने गोपनीयता कानून और कानूनी ढांचे की स्थापना की है। कुछ राष्ट्र वर्तमान में इसे स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं। इसी के अनुरूप, भारत ने व्यक्तिगत डेटा संरक्षण (पीडीपी) विधेयक, 2019 का प्रस्ताव रखा है, जो अब संयुक्त संसदीय समिति के साथ मसौदा चरण में है।
एकीकृत आईएसओ सिस्टम प्रमाणन इंटरटेक द्वारा प्रदान किया जाता है एवं यूनाइटेड किंगडम एक्रेडिट सर्विसेज (यूकेएएस) प्रबंधन प्रणाली द्वारा मान्यता प्राप्त है। हिंदुस्तान जिंक की अपने सभी हितधारकों की अत्यधिक संवेदनशील जानकारी की रक्षा करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप यह कदम मील का पत्थर है। इस मान्यता के साथ, श्रमिकों, ठेकेदारों, व्यापार भागीदारों और ग्राहकों को अपनी व्यक्तिगत संवेदनशील जानकारी की गोपनीयता में विश्वास प्राप्त होगा। हिंदुस्तान जिंक आईटी के क्षेत्र में अग्रणी ट्रेंडसेटर रहा है, एवं नवाचारों को स्थापित किया है जो उपलब्ध डेटा तक पहुंच को केवल उन कर्मचारियों तक सीमित करता है जिन्हें अधिकृत किया गया है। प्राधिकरण के बिना व्यक्तिगत डेटा का उपयोग या प्रसार प्रतिबंधित है। इसने अपने आपूर्ति श्रृंखला संचालन में तकनीकी प्रगति का भी संचार किया है जो इसके नवाचार के लिए जाना जाता है।