उदयपुर। पेसिफिक होटल प्रबंधन संस्थान में एक दिवसीय “जल ही जीवन है“ (वाटर हार्वेस्टिंग) कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के मुख्य वक्ता सेवानिवृत चिकित्सक डॉ. पीसी जैन थे।
डॉ. जैन ने नाटक एवं सी.डी. द्वारा जल का महत्व बताया। उन्होनें कहा कि वर्तमान में और आने वाले भविष्य में जल संकट गहराता जा रहा हैं साथ ही उन्होने बताया कि कम पानी से नारियल की जटाओं द्वारा वृक्षों को सींचा जा सकता हैं। सभी को जल की महŸाा को समझना होगा। वर्षा के जल का दोहन करना होगा जिससे कि भविष्य में जल की कमी का सामना न करना पडें। डॉ. जैन ने बताया कि भूमिगत जल के विषैले होने से,आर ओ वाटर के उपयोग से अंधा होना,कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर, बैक बॉन का खराब होना,विटामिन्स की कमी आदि बीमारियों का सामना करना पडता हैं।
संस्थान निदेशक विनोद कुमार सिंह भदौरिया ने विद्यार्थियो को संबोधित करते हुए कहा कि आप देश की आगामी पीढी हैं सबको अभी से जल का महŸव समझना होगा और वर्षा के जल का पुनः दोहन करके भविष्य में जल की कमी से होने वाली समस्या को हल करने के लिए अभी से प्रयासरत होना होगा। कार्यक्रम के मुख्य संयोजक संस्थान के संकाय सदस्य शैलेश कुमार मैथ्युज रहेे साथ ही भूमिका नायर, मीनाली खन्ना, दीबा सरकार, हर्ष गुप्ता आदि विद्यार्थियो ने भी सहयोग किया।