पेसिफिक विश्वविद्यालय व जी.एच.एच. जर्मनी के बीच एमओयू साइन हुआ जिसके अन्तर्गत डिप्लोमा व इन्जीनियरिंग के विद्यार्थियों की कम्पनी के कर्मचारियों द्वारा कम्पनी में ट्रेनिंग दी जायेगी।
जीएचएच विश्व की माइन्स के लिए लोडर, डम्पर, ट्रक, स्केलरस, डम्पर आदि वाहन अत्याधुनिक सुरक्षा व तकनीकी के साथ बनाने के लिए मशहूर है। भारत में इस कम्पनी का एकमात्र पेसिफिक यूनिवर्सिटी के साथ यह करार हुआ है। इन्जीनियरिंग के विद्यार्थियों के लिए संभाग में यह सबसे बड़ी उपलब्धि होगी जिसमें कम्पनी में ट्रेनिंग प्राप्त कर विश्व की किसी की ख्यातनाम कम्पनी में रोजगार प्राप्त कर सकते है। विद्यार्थियों को यह ट्रेनिंग पूरी करने के बाद इण्डो जर्मन चेम्बर से प्रमाण पत्र दिया जायेगा। जो कि विश्व में हर जगह मान्य है। पेसिफिक यूनिवर्सिटी व जीएचएच दोनों मिलकर विद्यार्थियों को श्रेष्ठ रोजगार दिलाने में मदद करने हेतु यह एमओयू साइन किया है। एडवान्स ट्रेनिंग टेक्नोलोजी (एटीटी) जो कि जीएचएच ग्रुप की सहायक कम्पनी है व यह जावर माइन्स में स्थित है वहाँ पर जाकर विद्यार्थी प्रशिक्षण ले सकेंगे। यह पाठ्यक्रम 3 लेवल में होगा जिसमें पेसिफिक विश्वविद्यालय के केम्पस में व कम्पनी में प्रशिक्षण दिया जायेगा।
एमओयू में जी.एच.एच. की तरफ से जी.एच.एच. इण्डिया के मेनेजिंग डायरेक्टर श्री राजेश्वर सिंह व पेसिफिक यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. के. के. दवे ने साइन किये।
इस अवसर पर अमन अग्रवाल ;एक्सीक्यूटीव डायरेक्टर . पेसिफिक ग्रुपद्ध भी उपस्थित थे। उन्होंने इसे पेसिफिक यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों के लिए एक रोजगार उन्नमुखी कोर्स बताया। जिसमें की जर्मन कम्पनी द्वारा विद्यार्थियों को अत्याधुनिक तकनीक से रूबरू होकर सिखने को मिलेगा। जी.एच.एच. कम्पनी के प्रबन्ध निदेषक राजेष्वर सिंह ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्किल डवलपमेंट व रोजगार के लिए ऐसे एमओयू बहुत कारगर रहेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के. के. दवे ने विद्यार्थियों को एमओयू के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ प्रो. हेमन्त कोठारी ने अतिथियों का स्वागत किया व धन्यवाद प्रो. शंकर चौधरी द्वारा ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. सुभाष शर्मा द्वारा किया गया। प्रो. तनवीर अहमद काजी, नीरज श्रीमाली व विश्वविद्यालय के सभी डीन व डायरेक्टर उपस्थित थे।