राष्ट्रीय वेबीनार में विद्यार्थियों को किया संबोधित
उदयपुर। सरकार जिस तरह से अन्य बिमारियों को लेकर जागरूकता अभियान संचालित कर रही है उसी तरह कैंसर को लेकर भी अधिक काम किये जाने की आवष्यकता है। लोगों को भी इस बीमारी की गंभीरता को समझना होगा अन्यथा जिस तरह से कैंसर की बीमारी बढ़ रही है भविष्य में इसके परिणाम अधिक विकट हो सकते हैं यह विचार पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भीलों का बेदला के वरिष्ठकैंसर रोग विषेषज्ञ डॉ. मनोज महाजन ने सर्वाइकल कैंसर, जांचे और बचाव के उपाय विषयक राष्ट्रीय वेबीनार में षिक्षा संकाय विद्यार्थियांे को संबोधित करते हुए सामने रखे।
पेसिफिक युनिवर्सिटी प्रेसिडेंट प्रो. के.के. दवे ने बताया कि हर महीने के पहले शुक्रवार को कैंसर जागरूकता को लेकर विषेष अभियान चलाया जा रहा है जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों को कैंसर के प्रकार, लक्षण, गंभीरता और इसके उपचार विकल्पों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इस बार पेसिफिक युनिवर्सिटी के षिक्षा संकाय के विद्यार्थियों को इस रोग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी ताकि जब वे षिक्षण या किसी अन्य क्षेत्र में काम करें तब लोगों को इसकी जानकारी देकर जागरूक कर सकें।
डॉ. मनोज महाजन ने शरीर के विभिन्न अंगों में होने वाले कैंसर जैसे मस्तिष्क, मुँह, फेफड़े, स्तन, आंत, मूत्र-जननांग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सवाईकल कैंसर महिलाओं में होने वाला कैंसर हैं जो कुल कैंसर मामलों का 9 प्रतिषत है। भारत में सवाईकल कैंसर से प्रभावित 60-70 प्रतिषत मरीजों की मौत हो जाती है। लोगों को लगता है यह लाइलाज बीमारी है लेकिन इसका उपचार संभव है जिससे दुनियाभर में लाखों लोग स्वस्थ हो चुके हैं। ऐसा नहीं है कि सवाईकल कैंसर एक दिन में होता है, इसके लक्षण लम्बे समय से दिखाई देने लगते हैं लेकिन लोग इसे नजरअंदाज करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि सवाईकल कैंसर का टीका लगवाने से यह नहीं होता है और बीमारी डायग्नोज होने के बाद भी इसका उपचार संभव है। विद्यार्थियों से डॉ. महाजन से कैंसर को लेकर सवाल पूछे।
डायरेक्टर फेकल्टी ऑफ एजूकेषन पेसिफिक यूनिवर्सिटी डॉ. खेलषंकर व्यास ने कैंसर के डर को खत्म करने के लिए सकारात्मक सोच और प्रयासांे को महत्वपूर्ण बताया तथा सभी प्रतियाभागियों का आभार व्यक्त किया