अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हेतु सखी महिलाओं के लिए महिलाओं द्वारा सखी उत्सव आयोजित
ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी आजीविका संवर्धन हेतु हिन्दुस्तान जिंक का सहयोग प्रशंसनीय है, आर्थिक स्वावलंबन महिला सशक्तिकरण की सीढ़ी है, जिला कलेक्टर ताराचन्द मीणा ने महिलाओं को चिरंजीवी योजना के बारे में भी अगवत कराया तथा हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आदिवासी क्षेत्र की ग्रामीण महिलाएं आगे बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि हर्ष का विषय है कि जिले में सखी महिलाएं एकजुट होकर स्वयं की पहचान बना रही है जो कि एक उदाहरण है। उन्होंने महिलाओं से निरंतर आगे बढने, शिक्षा से जुड़ने और महिलाओं के लिए सरकार के सहयोग की बात कही। यह सखी उत्सव कार्यक्रम हिन्दुस्तान जिं़क, मंजरी फाउण्डेशन के सहयोग से ‘बे्रक द बाॅयस’ की थीम पर आयोजित किया गया है। इस अवसर पर सखी महिलाओं ने पुरानी रूढ़ीवादी से हटकर ‘रेम्प वाॅक’ का आयोजन भी किया, जिसमें सखी आॅफ द ईयर अवार्ड सविता मीणा को प्रदान किया गया।
इस कार्यक्रम में सुभाष हेमनानी, एसडीएम सराड़ा, किशोर कुमार, एसबीओ निदेशक जावर खदान, अनुपम निधि, हेड-सीएसआर, नागाराम जी, कार्यवाहक अध्यक्ष, जावर मजदूर संघ, किशन लाल मीणा, सरपंच नेवेतलाई ग्राम पंचायत, प्रकाश मीणा, सरपंच, जावर ग्राम पंचायत, बंशी लाल मीणा, सरपंच ग्राम टीडी पंचायत, सुशीला देवी, सरपंच, जबला ग्राम पंचायत, सीएसआर टीम एवं मंजरी फाउंडेशन की टीम उपस्थित थे।
ज्ञातव्य रहे कि हिन्दुस्तान जिं़क महिला सशक्तिकरण और उत्थान के लिये कटिबद्ध है। सखी समूह आज उद्यमी बन कर उभरी है जो कि आर्थिक और सामाजिक सशक्तिरण का उदाहरण है।
हिन्दुस्तान ंिजं़क, जावर द्वारा महिलाओं का महिलाओं के लिए सखी उत्सव कार्यक्रम में आस-पास के क्षेत्र की 700 से अधिक ‘सखी‘ महिलाओं ने हर्षोल्लास से भागीदारी की। इस कार्यक्रम के दौरान, सखी फेडरेशन के अध्यक्ष, मजंु मीण ने कुल बचत, ब्याज, एवं ऋण आदि के संदर्भ में महासंघ के वित्तीय आंकडे़ प्रस्तुत किए। साथ हीे ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने में स्वयं सहायता समूह की भूमिका की जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और खेल जैसे कबड्डी, चम्मच दौड़, कुर्सी दौड और रस्साकस्सी का आयोजन किया गया। सखी महिलाओं को सखी परियोजना के तहत उनकी उपलब्धियों और उनके अनुकरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। अतिथियों ने महिलाओं के उत्साह और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की प्रशंसा करते हुए उनके द्वारा स्वयं और समाज के सशक्तिकरण हेतु किये जा रहे प्रयासो की सराहना की। उन्होेंनेे सखी महिलाओं द्वारा निर्मित स्टाल का अवलोकन उत्पादों की जानकारी ली।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा 5 जिलों उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा, अजमेर, चित्तौडगढ़ एवं उत्तराखण्ड के पंतनगर में सखी कार्यक्रम चलाया जा रहा है। हिन्दुस्तान जिंक की 2079 सखी समूहों से जुड़कर 27438 महिलाएं लाभान्वित हो रही है।