“हुनर के साथ हम” थीम पर हुआ आयोजन
उदयपुर। हमारे देश में छोटे स्थानों के और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है लेकिन उन्हें मंच नहीं मिल पाता है ऐसे में उन्हें ऐसे भामाषाह की जरूरत होती है जो उनके हुनर को पहचाने और उचित सहायता करे। उदयपुर के नीम फाउण्डेशन ने ऐसे प्रतिभाषाली बच्चों को आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया है।
फाउण्डेषन की संस्थापक रोशनी बारोट ने नीमच की कच्ची बस्ती में जाकर 500 से अधिक बच्चों को उपहार स्वरूप स्कूल बेग और स्टेषनरी वितरित की ताकि वे अपनी पढ़ाई को सुचारू कर पाएं, यहां डांस दीवाने फेम उदय सिंह के नेतृत्व में बच्चों को डांस सीखाने के लिए फ्लोर मेट भी फाउण्डेषन ने भेंट किया । बस्ती के बच्चे पूरी लगन से डांस सीखते हैं और विभिन्न कार्यक्रमों में ऑडिषन देते रहते हैं। यहां करीब 900 बच्चों और उनके परिजनों के लिए विषेष भोजन की व्यवस्था गयी।
नीम फाउण्डेषन की संस्थापक रोषनी बारोट ने बताया कि बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए उचित सहायता प्रदान करने और सामाजिक कार्यों के लिए प्रतिबद्ध नीम फाउण्डेशन ने “हुनर के साथ हम” थीम के तहत नीमच की छोटी सी बस्ती में रहने वाले बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम किया । साथ ही रोषनी ने बताया कि इस छोटी सी जगह से निकल कर उदय सिंह ने पूरे देष में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। उदयसिंह यहां पर बच्चों को डांस सीखा रहे हैं और बच्चे अलग-अलग कार्यक्रम में ऑडिषन भी देते रहते हैं। फाउण्डेशन को पता चला कि बच्चों के परिजन मजदूरी करते हैं और उनके पास षिक्षा के लिए आवष्यक सामग्री का अभाव है तो वहां जाकर उन्हें स्टेषनरी और स्कूल बेग दिये गये, डांस फ्लोर मेट देकर उनके साथ डांस किया गया और बच्चों व उनके परिजनों को भोजन करवाया गया। फाउण्डेषन ने इन बच्चों को उदयपुर बुला कर उन्हें शहर का भ्रमण भी करवाया। उदय ंिसंह ने बताया कि प्रतिभा बड़े शहरों के बच्चों में ही नहीं होती है, छोटे स्थान और गरीब बच्चों में भी विलक्षण हुनर हो सकता है। डांस इंसान को मानसिक मजबूती देता है और वे इसके माध्यम से नये बच्चों के लिए प्लेटफॉर्म तैयार करेंगे। बच्चों के परिजनों ने फाउण्डेषन का आभार जताया और कहा कि बच्चे सड़क पर डांस करते थे क्योंकि उनके पास फ्लोर मेट नहीं था जिससे उन्हें चोट लगने का डर रहता था, अब वे आसानी से बिना डर के डांस सीख सकेंगे।