पूर्व भारतीय क्रिकेटर चेतन शर्मा ने किया उद्घाटन, 12 दिनों तक चलेगा रनयुद्ध
उदयपुर। स्थानीय स्तर पर शुरू होकर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाली लोकप्रिय क्रिकेट प्रतियोगिता पीपीएल शनिवार को शुरू हुई। प्रतियोगिता की पूर्व संध्या पर समारोहपूर्वक इसका उद्घाटन पूर्व भारतीय क्रिकेटर चेतन शर्मा और मेवाड़ राजपरिवार के लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने किया। इस अवसर अतिथि के रूप में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएषन सचिव महेन्द्र शर्मा, पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी के फाउण्डर राहुल अग्रवाल, वण्डर सीमेंट के वाइस प्रेसिडेंट सिद्धार्थ सिंघवी, प्रायोजक जीएस स्पोर्ट्स के गोविन्द खण्डेलवाल, पेसिफिक यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार शरद कोठारी तथा आयोजन समिति में पीपीएल फाउण्डर अमन अग्रवाल, कॉ-फाउण्डर मनोज चौधरी, कमीश्नर डॉ. प्रकाश जैन, ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी यशवंत पालीवाल तथा उदयपुर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज भटनागर उपस्थित रहे।
पेसिफिक प्रीमियर लीग के चौथे सीजन के उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों और फ्रेन्चाईजी़ज ने भी भाग लिया और चेतन शर्मा से बातचीत की, प्रतियोगिता के सभी मैच का सीधा प्रसारण राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के समान चार कैमरों से किया जा रहा है। इस बार की प्रतियोगिता दर्षकों के लिए विषेष पुरस्कार रखे गये हैं जिसमें छक्के पड़ने पर गेंद को बाउण्ड्री से बाहर कैच पकड़ने पर एक हजार रूपये का पुरस्कार दिया जा रहा है।
उद्घाटन के अवसर पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर चेतन शर्मा ने कहा कि क्रिकेट खेल से बढ़कर एक उत्सव के समान है जिससे हर खिलाड़ी की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। साथ ही उन्हांेने कहा कि देश में होने वाली स्थानीय स्तर की प्रतियोगिताओं से महेन्द्र सिंह धोनी, हार्दिक पण्ड्या, उमरान मलिक जैसे कई खिलाड़ी विश्वपटल पर प्रसिद्धि पा चुके हैं। उदयपुर जैसे शहर में राष्ट्रीय स्तर के समान टूर्नामेंट होना खिलाड़ियों को बड़ा मंच प्रदान करेगा।
कार्यक्रम में मेवाड़ राजपरिवार के लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि वे पिछले तीन सीजन से प्रतियोगिता के स्तर को ऊंचाइयों पर जाते हुए देख रहे हैं यह आयोजकों के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है कि उदयपुर में देषभर और विदेषों के खिलाड़ी भी खेल रहे हैं।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएषन के सचिव महेन्द्र शर्मा ने कहा कि आरसीए को खुषी है कि पीपीएल जैसी क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजन से खेल का स्तर ऊंचाई पर जा रहा है । स्थानीय खिलाड़ियों को प्रदेष और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के साथ खेलने का अवसर प्राप्त हो रहा हे।
पीपीएल फाउण्डर अमन अग्रवाल ने बताया कि पीपीएल के आयोजन का उद्देष्य ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए मंच प्रदान करना है ताकि वे सही प्रषिक्षण और मार्गदर्षन के बाद आगे बढ़ सके। साथ ही उन्होंने कहा कि आठ टीम के बीच 12 दिनों तक मैच खेले जाएंगे। खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए पीपीएल में अजय जडेजा, मुनाफ पटेल और स्टूअर्ट बिन्नी जैसे अन्तरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी आ चुके हैं।
पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी फाउण्डर राहुल अग्रवाल ने हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि पीपीएल मिनी आईपीएल है जिसमें ऐसे खिलाड़ियों को प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला है जिन्हें कहीं और खेलने का अवसर नहीं मिल पाता है।
पेसिफिक यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार शरद कोठारी ने कहा कि प्रतियोगिता में पिच, अम्पायर्स, बॉल्स और मैदान निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप हैं जिससे खिलाड़ियों और दर्शकों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं जैसा लुत्फ मिलेगा।
पीपीएल कॉ-फाउण्डर मनोज चौधरी ने कहा कि प्रतियोगिता के मैच 20-20 ओवर्स के होंगे, पीपीएल में भारत के साथ ही अमेरिका, श्रीलंका, कनाड़ा और नेपाल के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। पीपीएल की सफलता इस बात से प्रमाणित होती है कि यहां खेले हुए खिलाड़ी राज्य स्तर पर खेल चुके हैं और 3 खिलाड़ी इण्डिया कैम्प में भी गये हैं। भविष्य में पीपीएल को आईपीएफ के स्तर का बनाने की योजना है।
पीपीएल कमीश्नर डॉ. प्रकाश जैन ने बताया कि टूर्नामेंट में हर टीम को सात मैच खेलने होंगे और प्ले ऑफ के जरिये टीम फाइनल में पहुंचेगी। प्रतियोगिता के पूर्व संस्करणों में खिलाड़ियों द्वारा कुछ नये शॉट्स और गेंदबाजी देखने को मिली है जो खेल के स्तर में बढ़ोतरी का सूचक है।
पीपीएल ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी यशवंत पालीवाल ने कहा कि पीपीएल के मैच रंगीन कपड़ों व सफेद बॉल से खेले जा रहे हैं। फटाफट क्रिकेट होने के कारण दर्षकों को दिलचस्प मुकाबले देखने को मिलेंगे।