शिक्षकों का भी किया सम्मान
उदयपुर। शिक्षा किसी भी देष के विकास में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है इसके लिए बच्चांे का शिक्षित होना आवष्यक है। शिक्षित होने पर वे अच्छे इंसान बनने के साथ देष के विकास में भागीदार बनेंगे। हमारे देष में कई विद्यार्थी षिक्षा से जुड़ी आवष्यक व महत्वपूर्ण वस्तुओं से वंचित हैं, उदयपुर का नीम फाउण्डेषन ऐसे जरूरतमंद बच्चों को शिक्षित करने के लिए हरसंभव मदद करने का प्रयास कर रहा है।
फाउण्डेषन की संस्थापक रोशनी बारोट ने उदयपुर के समीप राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय वाड़ाफला में जाकर पहली से सातवीं तक के विद्यार्थियों को उपहार स्वरूप स्टेशनरी वितरित की तथा उन्हें मुष्किल परिस्थितियों में भी पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रोत्साहन दिया। स्टेशनरी में कॉपी, किताब, पेन्सिल, पैन, रबर, स्केल, ड्रॉइंग बुक, ड्रॉइंग कलर आदि सामग्री सम्मिलित थी। गुरूजनांे के महत्व पर प्रकाश डालते हुए संस्था प्रधान प्रदीप नागदा, शिवलाल पारगी, पुष्पराज सिंह राणावत, लव वगाड़िया और माला का अभिनन्दन किया गया। यहां कन्या पूजन के बाद प्रसादी वितरण के साथ डांडिया रास का आयोजन हुआ।
नीम फाउण्डेशन की संस्थापक रोशनी बारोट ने बताया कि नीम फाउण्डेशन का लक्ष्य है कि कोई भी बच्चा षिक्षा से वंचित नहीं रहे और इसके लिए समय-समय प्रयास किये जाते हैं। नवरात्रि में वाड़ाफला विद्यालय में जाकर स्टेशनरी और अल्पाहार वितरण के साथ शिक्षकों का सम्मान करने का निर्णय लिया गया । विद्यालय मंे अध्ययनरत ज्यादातर विद्यार्थियों के परिजन छोटे-मोटे काम या मजदूरी करते हैं और बच्चों के पास शिक्षा के लिए आवश्यक सामग्री का अभाव है इस बात को ध्यान में रखकर वहां जाकर उन्हें स्टेशनरी बांटी गयी तथा शिक्षा का महत्व बताते हुए राष्ट्र हित में अपना योगदान देने की प्रेरणा दी गयी। नवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में कन्या पूजन के बाद डांडिया रास का आयोजन किया गया ताकि बच्चों का मनोरंजन भी हो सके। संस्था प्रधान प्रदीप नागदा ने नीम फाण्डेशन की रोशनी बारोट को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।