भव्य आयोजन में कबीर कैफे बैंड ने बॉधा समा
8 अक्टूबर के तक होगा मेवाड के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजन
उदयपुर। हम कबीर को गाते नहीं जीवन में भी उतार रहे हैं कबीर के दोहे जब आधुनिक संगीत की धुनों में सज हवाओं में घुले, तो दिलों के तार झंकृत हो उठे। बातों में गीत, गीतों में बातें, किस्से और कहानियों के बीच जीवन दर्शन की खरी-खरी बातें मन को छू कर निकल गई।
यह नजारा था उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल मे राजस्थान कबीर यात्रा के दौरान आयोजित कार्यक्रम में कबीर कैफे बैंड की लाइव परफॉर्मेंस का। राजस्थान पुलिस एवं पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के सहयोग से सामाजिक सद्भाव का संदेश लिए कबीर यात्रा का आज पीएमसीएच से आगाज हुआ। कार्यक्रम की शुरूआत पीएमसीएच के चेयरमैन राहुल अग्रवाल, सीईओ शरद कोठारी एवं अन्य गणमान्य लोगो की मौजूदगी में हुई।
मुंबई के कबीर कैफे बैंड के नीरज आर्या ने कबीर की साखी, दोहों की संगीतमय प्रस्तुति से समां बांधते हुए अपने फ्यूजन और कबीर वाणी की संयुक्त प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर कबीर कैफे,महेशाराम जी,आनंद दास बाउली,सत्य स्वरूप दास,अनोहद शिवोहम (हर्षिल समूह),कसम खान,सुमित्रा जी एवं नेक मोहम्मद लंगा ने अपनी दमदार प्रस्तुतियॉ देकर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया।
इस अवसर पर कबीर कैफे बैंड के सदस्य नीरज आर्या ने कहा, कबीर को समझना आसान है, लेकिन उनके जीवन को अपनाना मुश्किल। हम अपने तरीके से कबीर की बात कर रहे हैं। कबीर ने 15वीं शताब्दी में सभी धर्मों की रूढ़ियों का विरोध भी किया। समय आने पर सभी धर्मों को एकजुट करने की बात भी कही, लेकिन आज ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लोग एक-दूसरे पर अंगुली ही नहीं उठाते, पर्सनल भी हो जाते हैं, फैक्ट पर बात नहीं करते। इससे विवाद बढ़े हैं। कबीर ने सब पर तंज किए, लेकिन किसी पर निजी तौर पर अंगुली नहीं उठाई।
मुंबई का मशहूर कबीर कैफे नीरज आर्या का है और इस बैंड में 5 लोग है। पिछले कई सालों से ये बैंड जगह-जगह अपनी पेरफोर्मेंस में कबीर वाणी गाता है और इसी वजह से ये खासा मशहूर है।
इस अवसर पर पीएमसीएच के चेयरमैन राहुल अग्रवाल ने कहा कि मेवाड़ के आदिवासी अचल से कई सारे ऐसी प्रतिभाऐं जिनको अपनी प्रतिभा दिखानेे के लिए कोई प्लेटफार्म नहीं मिल पाता है उनको इस कबीर यात्रा के माध्यम से उचित मंच दिलाने का हमारा यह प्रयास रहेगा।
अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि कबीर यात्रा में आने वाले सभी लोक कलाकारों को पेसिफिक मेडिकल कॉलेज की तरफ से फ्री हेल्थ कार्ड दिया जायेगा ताकि भविष्य में उनके परिवार जनों को फ्री में इलाज मिल सके इसके साथ ही पेसिफिक यूनिवर्सिटी की तरफ से लोक कलाकारों के बच्चों को विशेष छात्रवृति भी प्रदान की जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के सीईओ शरद कोठारी ने बताया कि इस यात्रा मे लोक कलाकारों के लिए विभिन्न स्थानों पर जाने के लिए बस से लेकर रूकने के लिए होटल,खाना,एवं मेडिकल हैल्थ की सुविधा पेसिफिक की तरफ से उपलब्ध कराई जाऐगी।
इन जगहों से गुजरेगी यात्रा: 3 अक्टूबर कोटड़ा, 4 अक्टूबर को फलासिया, 5 अक्टूबर को कुम्भलगढ़, 6 अक्टूबर को राजसमंद, 7 अक्टूबर को सलूम्बर, 8 अक्टूबर को भीम पहुँचेगी। सांप्रदायिक सद्भाव और प्रेम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित होने वाली यह यात्रा उदयपुर और राजसमंद जिलों से होकर गुजरेगी।