कलावृत्त संस्था द्वारा अपने संस्थापक कलागुरू डॉ. सुमहेन्द्र की 50 वर्षीय कला यात्रा को समर्पित कार्यशाला
जयपुर। राजस्थान के कला जगत की प्रतिष्ठित संस्था कलावृत्त द्वारा राजस्थान ललित कला अकादमी के तत्वाधान में कलावृत्त के संस्थापक कलागुरू डॉ. सुमहेन्द्र के 79वें जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित इस ऑनलाइन कार्यशाला में प्रसिद्ध चित्रकारों के सानिध्य में युवा चिरकरों के साथ-साथ कला विद्यार्थियों ने भी समसामयिक विषयों पर परम्परागत लघु-चित्रण शैलियों की तकनीक को अपनाते हुए वर्तमान परिस्थितियों से संबंधित चित्रण बहुत लगन से किया है इस दस दिवसीय कार्यशाला के तृतीय संस्करण में देश के लगभग हर राज्य से एकत्र 90 चित्रकारों ने भाग लिया है।
कलावृत्त के अध्यक्ष संदीप सुमहेन्द्र ने बताया कि पारंपरिक कलाओं के भविष्य को लेकर बहुत चिंतित रहते थे क्योंकि आधुनिक कला में अमूर्त अभिव्यक्ति का प्रभाव बहुत अधिक बढ़ गया था और हमारी कला संस्थाओं ने भी धीरे-धीरे पारंपरिक कलाओं के पाठ्यक्रमों को बंद ही कर दिया। जिसके कारण पारंपरिक कलाओं के संरक्षण नहीं हुआ और इसकी के चलते कई शैलियां तो एकदम विलुप्त हो गई।
अपने पिता एवं गुरु के इसी स्वपन को उनके द्वारा स्थापित कलावृत्त संस्था द्वारा पुनः विकसित कर इसमें नव रचनात्मक सृजन कर इसे जनप्रिय बनाने का वें प्रयास कर रहे है, और सिर्फ राजस्थान ही नहीं देश के हर राज्य की अपनी एक कला शैली है जिसके कारण देश भर से हर आयु वर्ग के साथ साथ विदेशों के बसे भारतीय चित्रकार भी भाग लेने के लिए तत्पर रहते है और बहुत ही सुंदर और आकर्षक चित्रण करते है।
इसी उद्देश्य से राजस्थान के कला जगत के वरिष्ठतम कला गुरुओं के नाम का सम्मान-पत्र एवं स्मृति चिन्ह विजेताओं को प्रदान किया जाता है। तृतीय संस्करण में इस बार पुरस्कार प्राप्त करने वाले चित्रकारों में पद्मश्री रामगोपाल विजयवर्गीय सम्मान जयपुर के राकेश व्यास, पद्मश्री कृपालसिंह शेखावत सम्मान वीरेन्द्र प्रताप सिंह, कलारत्न श्री पी. एन. चोयल सम्मान उदयपुर के अमित सोलंकी, कलागुरु देवकीनंदन शर्मा सम्मान इंदौर की प्रीति निगोस्कर एवं कलागुरु वेदपाल शर्मा “बन्नू जी” सम्मान हिमाचल की डॉ. निरुपमा सिंह को श्रेष्ठ चित्रण के लिए प्रदान किया गया है।
संदीप ने ललित कला अकादमी, चित्रकार चयन समिति के सदस्यों एवं प्रदत सम्मानों के लिए गठित निर्णायक मंडल के सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।