सभी इकाईयों में वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी पैदल, साइकिल और स्टाफ बस से पहुंचे कार्यस्थल
ऊर्जा सरंक्षण हेतु अपनी प्रतिबद्धता और सरंक्षण के संकल्प के अनुरूप विश्व की अग्रणी और देश की एक मात्र सीसा जस्ता और चांदी उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिं़क अपने परिचालन और आसपास के क्षेत्रो में नवाचार कर इस ओर अग्रसर है।
हिन्दुस्तान जिं़क के प्रधान कार्यालय सहित जावर माइंस, देबारी ज़िंक स्म्ेल्टर, राजपुरा दरीबा काॅम्प्लेक्स, चंदेरिया लेड जिं़क स्मेल्टर, रामपुरा आगुचा माइंस और कायड माइंस में वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों और बिजनेस पार्टनर ने नो व्हीकल डे मना कर ऊर्जा संरक्षण का संकल्प लिया। सभी इकाइयों के एसबीयू डायरेक्टर सहित सभी ने पैदल, साइकिल और स्टाॅफ बस से पहुंच कर सभी को ऊर्जा संरक्षण की प्रतिबद्धता को पूर्ण करने का संदेश दिया। कंपनी की सभी इकाइयों मंे नाटक, रैली,स्लोगन और क्वीज प्रतियोगिताओं के साथ ही क्रासवर्ड और विडियों के माध्यम से बच्चों और जिं़क परिवार को जागरूक कर ऊर्जा संरक्षण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किये गये।
हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा ने कहा कि इस दिवस को मनाने का प्राथमिक उद्देश्य सभी कर्मचारियों के बीच उनके कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के महत्व के बारे में जागरूकता और समझ बढ़ाना है और उन्हें ईंधन के उपयोग से बचकर ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रोत्साहित करना है। हमने सभी को प्रदूषण मुक्त वातावरण में योगदान देने और पर्यावरण के प्रति जागरूक नागरिक बनने के लिए प्रोत्साहित किया। हिंदुस्तान जिंक स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है और निरतंर सस्टेनेबल भविष्य,पर्यावरण सरंक्षण, कार्बन उत्सर्जन में कमी के साथ स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
हिन्दुस्तान जिंक के सस्टेनेबिलिटी विजन 2050 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य है। उच्चतम ईएसजी मानकों को बनाए रखने, जलवायु, जल एवं ऊर्जा के संरक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। कंपनी सतत विकास के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध है और वाटर पाॅजिटीव, अपशिष्ट उपयोग, कार्यस्थल पर सुरक्षा और विविधता, समुदायों की समृद्धि एवं जैव विविध्ता प्रमुख लक्ष्य है जिसके लिए लगातार प्रयास एवं नवाचार किये जा रहे है। हिंदुस्तान जिंक को एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट द्वारा धातु और खनन क्षेत्र में शीर्ष 3 स्थायी कंपनियों में स्थान दिया गया है।