उदयपुर। नगर निगम प्रांगण में चल रहे खादी एवं ग्रामोद्योग मेले का समापन सोमवार को होगा। समापन के एक दिन पहले रविवारीय अवकाश होने के कारण मानो सारा उदयपुर शहर मेले में समा गया। जिला संयोजक गुलाब सिंह गरासिया ने बताया कि रविवार को हजारों लोग मेले में पहुंचे। उन्होंने अपने पुराने अनुभव के आधार पर बताया कि मेले में आज जितनी भीड़ उमड़ी उसने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
रविवारीय अवकाश एवं नव वर्ष का शुभारंभ होने से ज्यादातर लोगों ने नव वर्ष का शुभ दिन खादी मेले में ही बिताया। नव वर्ष के मौके पर कई युवाओं ने, नव दंपतियों ने, कई बुजुर्गों ने खादी के उत्पाद खरीद कर एक दूसरों को उपहार में भी दिये। कामदार दरिया, जैकेट, कोठी, शॉल, कंबल, लेडीज शॉल के साथ ही आयुर्वेद के विभिन्न
उत्पादों को खरीद कर लोगों ने नववर्ष मनाया एवं खादी उत्पादों पर मिल रही 50 प्रतिशत छूट का भी भरपूर लाभ लिया। खादी मेले में अपने उत्पाद लेकर निवाना चौमू जयपुर से आए जब्बार खान, धरियावद से आए राजेंद्र कुमार गोठवाल, मुकेश कुमार गोठवाल, कन्हैया लाल मीणा एवं रामजीलाल ने बताया कि आज का दिन वाकई में सभी व्यापारियों के लिए यादगार साबित हुआ है। नव वर्ष का दिन, शीत लहर के साथ सर्दी, रविवारीय अवकाश एवं खादी पर चल रही 50ः की छूट ने आज लोगों को इतना सम्मोहित और आकर्षित किया कि आज मेले के सारे रिकॉर्ड टूट गए। आज मेले में कोई भी व्यापारी वर्ग ऐसा नहीं बचा जिसकी बिक्री ने रिकॉर्ड नहीं तोड़ा। उन्होंने बताया कि वह 25 से 30 सालों से उदयपुर में हर वर्ष आते हैं लेकिन इतनी भीड़ उन्होंने उनके जीवन में केवल उदयपुर के अलावा और कहीं नहीं देखी। उन्होंने बताया कि सवेरे दस बजे से उन्हें दुकान से बाहर निकलना तो दूर खाना खाने तक की फुर्सत नहीं मिली है। दुकान पर आया ग्राहक कुछ खरीदता है या नहीं खरीदता है लेकिन दुकानों ऐसी भीड़ पहले कभी नहीं रही। 50 ग्राहकों में से 40 ग्राहक तो ऐसे होते हैं जो केवल उत्पाद देखते हैं और चले जाते हैं लेकिन 10 ग्राहक ऐसे भी होते हैं जो कुछ ना कुछ खरीदते हैं। खादी मेले में आए व्यापारियो के लिए भी नव वर्ष का आगाज शानदार रहा।