उदयपुर। पेसिफिक डेंटल कॉलेज एण्ड रिसर्च सेंटर के डिपार्टमेंट ऑफ ऑर्थोडोंटिक्स की ओर से एक दिवसीय वर्कशाॅप का आयोजन किया गया। इस वर्कशाॅप का उद्घाटन इंडियन ऑर्थोडोंटिक सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ बलविन्दर सिंह ठक्कर एवं सेक्रेटरी डॉ संजय लाभ ने किया।
ऑर्थोडोंटिक्स विभाग के विभागाध्यदा डॉ पीयूष बोल्या ने बताया कि वर्कशाॅप में जबडों के सुधार की तकनीकों के बारे में डेन्टल के पीजी विधार्थीयों एवं फैकल्टी को विस्तार से बताया गया।
वर्कशाॅप को सम्बोन्धित करते हुए मुख्य वक्ता इंडियन ऑर्थोडोंटिक सोसाइटी के सेक्रेटरी डॉ. संजय लाभ ने बताया कि जबडें के सही आकार से चेहरे की सुदरता में चार चाॅद लग जातें है इसलिए किसी व्यक्ति के जन्मजात या किसी ओर कारण से जबडें में अगर विकार आ जाए तो उसे दाॅतों के उपचार की नई तकनीको से सही किया जा सकता है। इस दौरान उन्होने लाइव प्रेक्टीकल के माध्यम से ऑर्थोडोंटिक्स इम्पांट के बारे में सिखाया।
डॉ पीयूष बोल्या ने बताया कि जिन लोगों को खर्राटे या स्लीप ऐपनिया की समस्या होती है उनमें जबडें को सही आकार देकर इस समस्या से काफी हद तक फायदा पहुचाया जा सकता है। वर्कशाॅप में राजस्थान और अन्य राज्यों के सौ से ज्यादा डेन्टल के पीजी विधार्थीयों एवं फैकल्टी ने भाग लिया।