नए लॉन्च किए गए वाहन से 30 प्रतिशत कार्बन फुटप्रिंट होगा कम
हिंदुस्तान जिंक द्वारा परिवहन हेतु पहला लिक्विफाइड नेचुरल गैस एलएनजी संचालित ट्रक वाहन शामिल किया गया है। ग्रीनलाइन से 55 मीट्रिक टन वैकल्पिक ईंधन वाहन, एस्सार समूह के इस ट्रक का उपयोग स्मेल्टर से उपभोक्ता तक तैयार उत्पाद के परिवहन में किया जाएगा। यह डीजल वाहन की तुलना में कार्बन उत्सर्जन को 30 प्रतिशत तक कम करेगा।
हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा, “2050 तक नेट-जीरो का हमारा विजन ट्रांसफॉर्मिंग द प्लैनेट और हमारे सभी हितधारकों के लिए हरित मूल्य बनाने के सिद्धांत से प्रेरित है। एलएनजी वाहनों को शामिल करने का दृष्टिकोण अपनाकर हम हरित परिवहन में बदलाव हेतु अग्रणी कपंनी के रूप में अपनी प्रतिबद्धता की ओर बढ रहे हैं। हिंदुस्तान जिंक का लक्ष्य तत्काल समाधान कर आर्थिक बाधाओं को काफी हद तक कम कर पर्यावरण को डीकार्बोनाइज करना है।
साल-दर-साल अपने पर्यावरण फुटप्रिंट को कम करने के लिए, हिंदुस्तान जिंक प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए हर संभव प्रयासरत है जिसके लिये कर संभव हरित प्रौद्योगिकी को अपनाया जा रहा है। कंपनी द्वारा अपने परिचालन हेतु एलएनजी वाहन में 40 टन कच्चा माल ले जाने की क्षमता है और 80 किमी प्रति घंटे तक की की गति सीमा है।
हिंदुस्तान जिंक अपने ईएसजी प्रदर्शन में सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए कंपनी ने 2025 तक प्राप्त करने के लिए कड़े स्थिरता लक्ष्य निर्धारित किए हैं और इसे प्राप्त करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया है। 2025 सस्टेनेबिलिटी लक्ष्यों के हिस्से के रूप में, लगातार प्राकृतिक संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग, कार्बन फुटप्रिंट को कम करने हेतु नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा हैं। उत्सर्जन नियंत्रण के लिए, कंपनी ने ईंधन दक्षता बढ़ाने और निकास प्रदूषण को कम करने के लिए भूमिगत खदान संचालन के लिए एचईएमएम में ईंधन उत्प्रेरक शामिल किया है। यह प्रयास कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के साथ-साथ विनिर्माण प्रदर्शन को बढ़ाने में मदद करेगा।