मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से बात कर सराहा
उदयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 19 नये जिलों की घोषणा करते ही राज्य के सभी 50 जिलों के नाम याद कर सुना देने वाले वायरल विडियो के किरदार उदयपुर जिले के प्रतिभावान छात्र अर्जुन गाडरी के लिए मंगलवार का दिन खुशियों व उपलब्धियों भरा रहा क्योंकि इस वायरल विडियो के प्रकाश में आने के बाद खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अर्जुन से बात की व उसकी प्रतिभा की सराहना की।
जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि मावली उपखंड के खेमपुर गांव निवासी और गांव के ही आलोक दीप स्कूल की कक्षा 4 में अध्ययनरत अर्जुन गाडरी द्वारा 50 जिलों के नामों को याद कर सुना देने के सोशल मीडिया पर वायरल विडियो की जानकारी जब राजधानी पहुंची तो मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देशों पर मावली एसडीएम श्रीकांत व्यास ने मंगलवार को खेमपुर का दौरा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एसडीएम व्यास के मोबाइल फोन के जरिए विडियो कॉन्फ्रेंस पर मेधावी छात्र अर्जुन से बात करने की इच्छा जाहिर की। इस पर मंगलवार शाम 4.30 बजे मुख्यमंत्री द्वारा मेधावी छात्र अर्जुन से विडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा बात की गई। मुख्यमंत्री ने अर्जुन से पूछा कि आप भविष्य में क्या बनना चाहते हो ? जवाब में अर्जुन ने अध्यापक बनने की इच्छा जाहिर की। इस दौरान मेधावी छात्र अर्जुन गाडरी ने राजस्थान के 50 जिलों के नाम एक की सांस में बोल दिए, जिससे मुख्यमंत्री बहुत प्रभावित हुए व उसकी प्रतिभा की सराहना करते हुए आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीचर बनकर भी आप अपनी प्रतिभा से अन्य बच्चों को शिक्षित करोगे। हमारी शुभकामनाएं हैं।
मुख्यमंत्री ने अर्जुन की पारिवारिक स्थिति पर भी चर्चा की और अर्जुन के परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री सहायता कोष से 21000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। इधर, मुख्यमंत्री के निर्देशों पर मंगलवार शाम ही मुख्यमंत्री सहायता कोष से 21 हजार रुपयों का चैक अर्जुन के परिजनों के नाम जारी कर भिजवा दिया।
उपखण्ड अधिकारी श्रीकान्त व्यास, पीईईओ जगदीश चन्द्र पालीवाल, आलोक दीप स्कूल के संस्थापक लालुराम गाडरी, संस्था प्रधान श्रीमती यशोदा वैरागी, अर्जुन के पिता भैरूलाल गाडरी व माता चन्दा गाडरी आदि भी उपस्थित थे।
इधर, मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने शाम को ट्वीट पर अर्जुन से बात करने का विडियो शेयर करते हुए कहा कि उदयपुर के मेधावी नौनिहाल अर्जुन का राजस्थान के प्रति प्रेम, स्मरण शक्ति और जागरूकता बड़ों को भी प्रेरित करती हैं।