फैकल्टी ऑफ एजुकेशन के डिपार्टमेंट ऑफ योग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विभिन्न योग मुद्राओं एवं आसन का विशेष अभ्यास करवाया गया जिसमें विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया तथा योग के महत्व को जाना। योगाभ्यास डॉ हेमंत पंड्या द्वारा करवाया गया। आरंभ में सहज योग के तहत प्रार्थना, आसन एवं प्राणायाम करवाया गया। अंतर्राष्ट्रीय योग प्रोटोकॉल अनुपालन करते हुए इसका आयोजन किया गया। अनुलोम विलोम, भ्रामरी प्राणायाम तथा शीतली प्राणायाम का 6 मिनट तक अभ्यास करवाया गया जिससे विद्यार्थियों में नई ऊर्जा का संचार हुआ।
पेसिफिक विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट प्रो केके दवे ने विद्यार्थियों को जीवन में योग का नियमित अभ्यास करने का आह्वान किया और बताया कि इसे जीवनशैली का हिस्सा बनाने से विद्यार्थी कई व्याधियों से मुक्त रह सकते हैं तथा आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हर क्षेत्र में तनाव मुक्त रहकर बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
पेसिफिक यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स बोर्ड चेयरमैन डॉ. हेमंत कोठारी ने अष्टांग योग के बारे में बताते हुए विद्यार्थियों एवं फैकेल्टी मेंबर्स को भी इसका अभ्यास करने का महत्व बताया। मोटापा, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, थायराइड और श्वास संबंधी रोगों के निदान में नियमित योगाभ्यास से आशातीत लाभ मिलता है अतः सभी पेशेवर व्यक्तियों को भी योग का नियमित प्रातः एवं सायं अभ्यास करते हुए इसे दिनचर्या का हिस्सा बनाना बनाने पर डॉ. हेमंत कोठारी ने जोर दिया। विभिन्न संकायों के डीन, डायरेक्टर, प्राचार्य एवं फैकेल्टी मेंबर्स भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के समापन में डॉ. कपिलेश तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इसी प्रकार के स्वास्थ्य उपयोगी कार्यक्रमों के भविष्य में भी आयोजन की जानकारी दी।
हिन्दुस्तान जिंक के प्रधान कार्यालय सहित संचालन की सभी इकाईयों में योगाभ्यास किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जिं़क अधिकारी, कर्मचारियों एवं जिं़क परिवार के सदस्यों ने भाग लिया। हिन्दुस्तान जिं़क के प्रधान कार्यालय में हिंदुस्तान जिंक और उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी कृष्णमोहन नारायण एवं सीएचआरओ मुनीश वासुदेव ने जिं़क परिवार के साथ योगाभ्यास कर सभी से इसे दैनिक जीवन में अपनाने का आव्हान किया। हिंदुस्तान जिंक ने प्रतिभागियों के लिए योग के लाभों और दैनिक जीवन में इसके महत्व पर चर्चा हेतु सत्र आयोजित किए। सत्रों के दौरान, प्रतिभागियों ने विभिन्न आसनों या मुद्राओं के साथ-साथ प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास करना सीखा, जो विभिन्न प्रकार के मनोवैज्ञानिक विकारों को कम करने, तनाव को कम करने और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में सहायक है। योग दिवस के अवसर पर इकाइयों के कार्यालय में शारीरिक तौर पर सही तरिके स बैठने एवं कार्य के दौरान के तनावमुक्त रहने हेतु विभिन्न आसन के बारें में भी अवगत कराया गया। प्रोत्साहन हेतु प्रश्नोत्तरी और आसन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। साथ ही चंदेरिया, दरीबा, आगुचा, कायड एवं पतंनगर स्थित जिंक कौशल केन्द्र के 300 से अधिक प्रशिक्षणार्थियों ने भी योगाभ्यास किया।