स्टार्ट-अप को बढ़ावा देना उद्देश्य, कार्यक्रम का लक्ष्य प्रौद्योगिकी आधारित नवाचारों के लिए 100 अद्वितीय स्टार्ट-अप के साथ जुड़ना है
उदयपुर। विश्व स्तरीय विविधीकृत प्राकृतिक संसाधन समूह, वेदांता लिमिटेड ने अपने वैश्विक कॉर्पोरेट नवाचार, गतिवर्धक एवं उद्यम कार्यक्रम, वेदांता स्पार्क के तहत् भारतीय उद्योग परिसंघ के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर इनोवेशन, एंटरप्रेन्योरशिप और स्टार्टअप्स सीआई आईसीआईइएस के साथ एमओयू साइन किया है।
कार्यक्रम का उद्देश्य वेदांता समूह की कंपनियों के साथ साझेदारी में बदलाव लाने वाले और सस्टेनेबल प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर स्टार्ट अप में तेजी लाना है, अब तक 120 से अधिक परियोजनाओं के लिए 80 स्टार्ट-अप पहले ही शामिल हो चुके हैं। सीआईआई सीआईईएस स्टार्ट-अप की पहचान और मूल्यांकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जो कि वेदांता स्पार्क की सफलता को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक होगा।
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन और गैर-कार्यकारी निदेशक, वेदांता लिमिटेड प्रिया अग्रवाल हेब्बर, ने कहा कि, “सीआईआई सीआईईएस के साथ वेदांता की भागीदारी इनोवेटिव स्टार्टअप्स को हमारे अद्वितीय पारिस्थितिकी तंत्र में अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और विकसित करने में सक्षम बनाएगी। वेदांता स्पार्क उभरती प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर ऐसे समाधान खोजने के लक्ष्य के साथ अपने परिचालन में मूल्य वितरण लाने के लिए तत्पर है जो दीर्घकालिक पर्यावरणीय, सामाजिक और आर्थिक स्थिरता में योगदान देगा।
कार्यक्रम में कठिन स्क्रीनिंग और मूल्यांकन विधियों के माध्यम से शीर्ष स्टार्ट-अप की पहचान हेतु व्यापक चयन प्रक्रिया अपनाई जाएगी। स्पार्क का लक्ष्य कुल 100 अद्वितीय स्टार्ट-अप के साथ जुड़ना है जो जटिल व्यावसायिक समस्याओं को हल करने के लिए नवाचार की प्रतिभा का उपयोग करते हैं।
सीआईआई सीआईईएस के अध्यक्ष और इंफोसिस के सह-संस्थापक क्रिस गोपालकृष्णन ने कहा कि, वेदांता स्पार्क के कार्यान्वयन भागीदार के रूप में, सीआईआई सीआईईएस इस अभूतपूर्व पहल में वेदांता के साथ सहयोग के लिए उत्सुक है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि बड़े उद्योगो और स्टार्ट-अप्स की शुरूआत, नवाचार और सस्टेनेबल विकास के लिए अनूठे अवसर प्रदान करता है। यह कार्यक्रम विभिन्न उद्योगों में प्रमुख चुनौतियों का समाधान करते हुए स्टार्ट-अप्स को उनकी क्षमता के अनुरूप सशक्त बनाने में सक्षम होगा।
सीआईआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर इनोवेशन, एंटरप्रेन्योरशिप और स्टार्ट-अप के निदेशक वरुण अखनूर और हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड और डिजिटल एंकर, वेदांता लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने एमओयू का आदान-प्रदान किया गया।
इस माह की शुरुआत में, वेदांता स्पार्क ने डिजिटल प्रौद्योगिकी आधारित नवाचारों को अपनाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार और नैसकॉम के सीओई के साथ अपने सहयोग की भी घोषणा की थी।