उदयपुर। धार्मिक सत्संग समिति द्वारा अम्बापोल बाहर स्थित पुष्पवाटिका में 9 दिवसीय रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। रामकथा का वाचन हरिद्वार स्थित श्रीराम कृपाधाम की साध्वी डॉ. विश्वेश्वरी देवी के मुखारविंद से होगा। जो 27 जुलाई से प्रारम्भ हो कर 4 अगस्त को सम्पन्न होगी। कथा प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से सांय 6 बजे तक होगी।
समिति अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने आज यहंा होटल रिगमोर में बताया कि 27 जुलाई को अंबामाता मंदिर से दोपहर 1 बजे कलश यात्रा प्रारम्भ होगी। जिसमें महिलायें चुन्दड़ी साड़ी में सिर पर कलश लिये चलेगी। प्रतिदिन रामकथा से जुड़े अलग-अलग प्रसंगों पर कथा वाचन होगा। प्रथम दिन वदंना एंव भारद्वाज प्रसंग,28 को शिव-सति, 29 को शिव-पार्वती विवाह एवं श्रीराम जन्मोत्सव,30 को श्रीराम बाल लीला एवं धनुष, यज्ञ व सीता स्वयंवर,31 को श्री परशुराम संवाद, श्री राम-लक्ष्मण भरत शत्रुध्न विवाह, 1 अगस्त को श्री राम वन गमन तथा केवट प्रसंग, 2 को श्री भरत चरित्र, माँ सीताहरण एवं शबरी प्रसंग,3 को श्री हनुमान मिलन एवं सुन्दरकाण्ड तथा अंतिम दिन 4 अगस्त को श्री राम राज्याभिषेक महोत्सव, हवन पूजन का आयोजन होगा। इस कथा के हेतु कथा स्थल पर वाटर प्रूफ डोम बनाया जाएगा जिसे चित्रकूटधाम नामकरण किया गया है।
समिति सचिव कमलेश पारीक ने बताया कि आयोजन को लेकर सुशीला शर्मा,दिनेश पानेरी,शिवशंकर सनाढ्य,त्रिलोकनाथ सनाढ्य,विनोद पाण्डे,राजकुमार शर्मा मंजु गौड़, गजेन्द्र पुरोहित,रेणु सनाढ्य, प्रीतम सनाढ्य, नीरज सनाढ्य,गगन सनाढ्य,मनीषा सनाढ्य,अर्पिता शर्मा,प्रदीप शर्मा, मीनाक्षी शर्मा,सुमिता शर्मा की कमेटी बनायी गई है।
उन्होंने बताया कि परम पूज्य देवी डॉ. विश्वेश्वरी देवी संस्कारित मातृत्व का सृजन एवं गौ-संरक्षण के संकल्प के साथ देश भर में विशाल गौशालाओं का निर्माण करने व गौसेवा के कार्य में जन जागृति लाने का और चुरू जिले की सुजानगढ़ तहसील के ग्राम वीरड़ो की ढाणी (चरला) की गौशाला को संचालन करने का पुण्य कार्य कर रही हैं। इस गौशाला में लगभग 300 वृद्ध एवं बीमार गायों की सेवा की जा रही है।