पेसिफिक विश्वविद्यालय में संगोष्ठी
उदयपुर। समय की मांग को देखते हुए पर्यावरण और आर्थिक पहलू से हरित रसायन आवश्यक है। पेसिफिक विश्वविद्यालय के सभागार में मंगलवार को चक्रीय अर्थव्यवस्था के लिए हरित रसायन विज्ञान की केन्द्रीय भूमिका विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि व वक्ता के रूप में हरित रसायन (ग्रीन केमेस्ट्री) के सह-संस्थापक प्रो- जॉन सी वार्नर (अमेरिका) उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रो. सुरेश आमेटा द्वारा लिखित ”ग्रीन केमेस्ट्री” के दूसरे संस्करण का विमोचन भी प्रो. वार्नर ने किया।
पेसिफिक विश्वविद्यालय के डीन पी.जी. प्रो. हेमन्त कोठारी बताया कि हरित रसायन विज्ञान रासायनिक उत्पादों और प्रक्रियाओं का डिज़ाइन है जो खतरनाक पदार्थों के उपयोग या उत्पादन को कम या समाप्त करता है। हरित रसायन किसी रासायनिक उत्पाद के डिजाइन, निर्माण, उपयोग और अंतिम निपटान सहित उसके पूरे जीवन चक्र पर लागू होता है। मुख्य वक्ता अमेरिका के जॉन सी वार्नर ने वर्तमान समय में हरित रसायन के औद्योगिक एवं आर्थिक पहलू पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। पर्यावरण और स्वास्थ्य के साथ सतत् विकास की अवधारणा को संपोषित करने में ग्रीन केमेस्ट्री की केन्द्रीय भूमिका है। उन्होंने युवाओ एवं शोधार्थियों को ग्रीन केमेस्ट्री में शोध कार्य हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत कर विश्वविद्यालय मे चल रहे शोध कार्यो, लेखन एवं प्रकाशन के बारे में जानकारी दी गयी। कार्यक्रम का संचालन प्रो. रक्षित आमेटा तथा धन्यवाद प्रो. दिलेन्द्र हिरण ने ज्ञापित किया।