उदयपुर संभाग के होनहार व प्रतिभा संपन्न विद्यार्थियों का सम्मान पेसिफिक विश्वविद्यालय की ओर से किया गया। दसवीं तथा बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे अंको से उत्तीर्ण होने के साथ ही जिन विद्यार्थियों ने सह शैक्षणिक गतिविधियों या खेलों में भी राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय या राज्य स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया उन्हें सम्मानित किया गया। विद्यार्थियों में इस सम्मान समारोह को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला इसके लिए 550 से अधिक विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया।डीन पीजी स्टडीज प्रोफेसर हेमंत कोठारी ने बताया कि इस सम्मान समारोह में विद्यार्थियों को उच्च प्रदर्शन के लिए तैयार करने वाले शिक्षकों, खेल प्रशिक्षकों तथा नृत्य व संगीत शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। उनके बहुमूल्य एवं अथक प्रयासों से ही उदयपुर की प्रतिभाएं राज्य व राष्ट्र स्तर पर अपना परचम लहरा रही है।
पेसिफिक वि.वि. द्वारा मेधावी छात्र-छात्राओं को 20 प्रतिशत से लेकर 100 प्रतिशत तक की छात्रवृत्ति दी जा रही है। खिलाड़ियों को भी स्कॉलरशिप का विशेष प्रावधान है। वही अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं ओ.बी.सी. श्रेणी के विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्तियां दी जा रही है।
स्वागत उद्बोधन में फैकल्टी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के चेयरमेन प्रो. दिलेन्द्र हिरण ने कहा कि आज के प्रतिस्पर्धी युग में मात्र अकादमिक शिक्षा अर्जित करना ही पर्याप्त नहीं है अपितु उसे जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रयोग करने की समझ होना भी नितांत आवश्यक है और ऐसा ही प्रयोग करने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित करने के उद्देश्य से पेसिफिक यूनिवर्सिटी सुपर स्टूडेंटस अवार्ड का आयोजन 4 वर्षों से कर रही है। अकादमी शिक्षा के साथ-साथ सह-शैक्षणिक गतिविधियों का भी विद्यार्थियों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहता है इससे उनमें निरसता समाप्त होती है तथा उत्साह व उमंग का भाव बना रहता है।
मुख्य अतिथि पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रिंसिपल डॉ. एम.एम. मंगल ने कहा कि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास एवं उनमें व्यापक सोच तभी आती है जबकि उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी हिस्सा लेने व आगे बढ़ाने के पर्याप्त अवसर दिए जावें। पेसिफिक का यह प्रयास बेहद सराहनीय एवं प्रेरणादायक है।
पेसिफिक समूह के पेट्रन प्रोफेसर बी.पी. शर्मा ने कहा कि भारत का पुनः विश्व गुरु बनना तय है बस इसके लिए प्रतिभाओं को निखारने और उनका मनोबल ऊंचा बनाए रखने की आवश्यकता है। उन्होंने उच्च शिक्षा अर्जित करने वाले विद्यार्थियों को विविध स्टडी र्स्कल्स एवं हॉबी क्लब्स में भी हिस्सा लेने का सुझाव दिया।
रेडियो सिटी के सेल्स हैड अर्पित त्रिपाठी ने विद्यार्थियों का हौसला बढा़ते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी। उन्होंने सुझाव दिया कि जब भी कभी पढ़ाई में मन न लगे, तनाव या चिंता की अनुभूति हो तो ऐसे में संगीत, नृत्य या खेल में कुछ समय अवश्य बिताना चाहिए जिससे निरसता समाप्त हो जाती है, मन तरोताजा हो जाता है और मस्तिष्क पुनः चिंतनशील बन जाता है। विद्यार्थियों के लिए एक संतुलित जीवन जीना बहुत ही लाभकारी है।
बैंक ऑफ़ बड़ौदा के रिजनल हैड बाबूलाल मीणा ने भी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन किया। उन्होंने बताया कि बैंक की ओर से विद्यार्थियों को उच्च पेशेवर शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता के रूप में एजुकेशन लोन की प्रक्रिया बेहद सरल एवं सुविधाजनक है। अब उच्च शिक्षा अर्जित करने में धन की कमी कोई अड़चन नहीं है।
कार्यक्रम के दौरान ही डॉ. अनुराग मेहता ने पेसिफिक वि.वि. की विविध गतिविधियों तथा कोर्सेज का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत करते हुए विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति के अनुसार करियर संबंधी मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम के अंत में फैकल्टी ऑफ़ मैनेजमेंट के डीन प्रो. दीपिन माथुर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन होटल मैनेजमेंट विभाग की डॉ. मेहंदी शर्मा ने किया।