उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में बेटों ने पिता की अन्तिम इच्छा को पूरा करते हुए उनके निधन के बाद उसकी बॉडी को मेडिकल के छात्रों की पढ़ाई के लिए दान देने का फैसला किया। पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ.यू.एस.परिहार ने बताया कि 85 वर्षीय सौभाग्य सिंह मांडावत का 10 अक्टूबर को निवास स्थान पर देहांत हो गया था। पिता की मौत के बाद उनकी अन्तिम इच्छा के अनुसार उनके पुत्रों ने उनकी देहदान का निर्णय लिया। इसके लिए उन्होने पीएमसीएच के एनाटोमी विभाग में चिकित्सा स्वास्थ्य के अध्ययन एवं अनुसंधान हेतु में 11 अक्टूबर को महादान दिया।
उदयपुर निवासी सौभाग्य सिंह मांडावत के बेटों ने बताया कि उनके पिता की अन्तिम इच्छा थी कि मरने के बाद उनकी बाडी मेडिकल कॉलेज को दान कर दी जाए तो बेटे ने अपनी पिता की इच्छा को पूरा करने के लिए पीएमसीएच हॉस्पिटल प्रबन्धन से बात की। मांडावत का पूरा परिवार जिसमे उनकी पत्नि स्नेहलता मांडावत एवं पुत्रों टीनू मांडावत,मीनू मांडावत एवं पंकज माडावत देहदान करने कें लिए पेसिफिक मेडिकल कॉलेज भीलों का बेदला पहुंचे यहां अस्पताल प्रशासन ने सारी प्रक्रिया पूरी करते हुए देहदान कराया। पुनीत कार्य के इस अवसर पर हॉस्पिटल प्रबन्धन की ओर से एनाटॉमी की विभागाघ्यक्ष डॉ. हिना शर्मा, नोडल ऑफिसर ईशा श्रीवास्तव एवं समस्त सदस्य मौजूद थे। पीएमसीएच के चेयरमेन राहुल अग्रवाल ने सौभाग्य सिंह मांडावत के परिजनो को ढाढस बघातें हुए कहा कि यह नेक कार्य निश्चित ही आम लोगो के लिए प्रेरणादायक एवं अनुकरणीय रहेगा।