उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में आज अफ्रीकी देशों के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट के लिए एंडोस्कोपी और ईआरसीपी (एंडोस्कोपिक रेट्रोग्रेड कोलेन्जियो पेन्क्रिएटोग्राफी)) पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में अफ्रीकी देशों जैसे माली,सुडान,कैमरून एवं सेनेगल से आए 20 से ज्यादा गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट (पेट एवं लीवर रोग विशेषज्ञ) ने भाग लिया।
पीएमसीएच के पेट एवं लीवर रोग विशेषज्ञ डॉ.आशीष मेहता ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य एंडोस्कोपी और ईआरसीपी तकनीकों की नवीनतम जानकारी प्रदान करना और चिकित्सकों को इन आधुनिक विधियों के बारे में प्रशिक्षित करना था। कार्यशाला में एंडोस्कोपी और ईआरसीपी के दौरान उपयोग होने वाली तकनीकों, उपकरणों, और उनके संभावित लाभों पर विस्तार से बताया गया।
इस अवसर पर डॉ.मेहता ने कहा कि भारत में चिकित्सा क्षेत्र में अविश्वसनीय प्रगति हो रही है, और हमे खुशी हैं कि अफ्रीकी देशों के विशेषज्ञ यहां आकर इन अत्याधुनिक तकनीकों से परिचित हो रहे हैं। इससे वैश्विक स्तर पर चिकित्सा शिक्षा और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
इस दौरान पीएमसीएच के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ.मयंक आमेटा ने बताया कि कार्यशाला में अफ्रीकी देशों के पेट एवं लीवर रोग विशेषज्ञ को एंडोस्कोपी और ईआरसीपी के बारे में व्यावहारिक प्रशिक्षण, लाइव डेमो के माध्यम से जटिल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का निदान,बाइल डक्ट की बीमारियों का उपचार और एंडोस्कोपी की नवीनतम तकनीको का प्रशिक्षण दिया गया।
अफ्रीकी देशों के प्रतिभागियों ने इस कार्यशाला की सराहना की और कहा कि इससे उन्हें नई तकनीकों के उपयोग के बारे में महत्वपूर्ण ज्ञान प्राप्त हुआ है,जिसे वे अपने देशों में भी लागू कर सकते हैं।
वर्कशॉप के सफल आयोजन में हर्ष,लक्ष्मी एवं कृष्णा का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।