सुनील गोठवाल
उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में गंभीर बीमारी से पीढ़ित उदयपुर निवासी एक 40 वर्षीय महिला ने दो महीने तक आईसीयू में रहने के बाद जीवन की सबसे बड़ी चुनौती को पार किया, को आज अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इस महिला के सफल इलाज में नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. मोहित नरेडी, डॉ. धु्रविल, डॉ. अतुल, डॉ. हैप्पी एवं आईसीयू टीम से एनेस्थेटिक डॉ. ताशा पुरोहित, डॉ. रविन्द्र, डॉ. रश्मि अरोड़ा, मोईन खान, नरेन्द्र, दिलीप, दिनेश, राकेश एवं जाहिद की टीम का सहयोग रहा।
दरअसल इस महिला को 22 नवंबर 2024 को सीने में दर्द की शिकायत के चलते स्थानीय सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत बेहद नाजुक थी। अचानक मरीज की हालत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गईं। आपातकालीन स्थिति में उन्हें सीपीआर देकर जान बचाई एवं तुरंत वेंटिलेटर पर लेकर आईसीयू में भर्ती कर लिया। नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ.मोहित नारेडी ने बताया कि महिला के रिश्तेदार उन्हें बेहतर इलाज के लिए अहमदाबाद के एक कॉर्पाेरेट अस्पताल ले गए। वहां उन्हें निमोनिया और एक्यूट किडनी इंजरी ¼AKI)½ का सामना करना पड़ा। उनकी हालत बिगड़ने पर डायलिसिस किया गया और ट्रेकियोस्टोमी की। एक महीने बाद मरीज को कोई सुधार न दिखने पर परिजन उसे उपचार के लिए पीएमसीएच लेकर आए। पीएमसीएच में भर्ती होने के बाद, महिला की हालत गंभीर बनी रही।
लेकिन अस्पताल के आईसीयू में उत्कृष्ट इलाज और डॉक्टरों की मेहनत के चलते उनकी स्थिति धीरे-धीरे सुधरने लगी। डॉ.ताशा पुरोहित,डॉ.रश्मि अरोड़ा और आईसीयू टीम के अन्य सदस्यों ने उनके इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लगभग दो महीने तक आईसीयू में रहने और उपचार के बाद, महिला की हालत में उल्लेखनीय सुधार हुआ। दो सप्ताह पहले उनकी ट्रेकियोस्टोमी ट्यूब हटा दी गई और आज उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। आईसीयू की डॉ.ताशा पुरोहित ने बताया कि आईसीयू टीम ने पूरी मेहनत और धैर्य का परिचय देते हुए मरीज की बेहतर देखभाल की साथ ही महिला ने कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए अपनी जिजीविषा और साहस का प्रदर्शन किया जिसके चलते मरीज स्वस्थ्य हो पाया। महिला के रिश्तेदारों ने डॉक्टरों और पूरी टीम का आभार व्यक्त किया।