अहमदाबाद। क्रांतिकारी राष्ट्रसंत मुनि तरूण सागर की नामांकित पुस्तक “कड़वे प्रवचन”को अहमदाबाद एजुकेशन ग्राउंड पर शनिवार को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल किया गया।
मुनि तरूण सागर की निश्रा में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के अधिकारी वी.वी.आर. मूर्ति ने 25 फीट ऊंची, 17 फीट चौड़ी व दो फीट मोटी पुस्तक को भारत की सबसे बड़ी पुस्तक घोषित किया। मूर्ति ने कहा कि अब तक ऎसा रिकॉर्ड नहीं बना है। इस घोषणा के बाद 20 पृष्ठों की पुस्तक का लोकार्पण संत गिरी बापू ने किया। पुष्करवाणी ग्रुप ने बताया कि मुनि तरूण सागर के दीक्षा के 25 वर्ष पूरे होने पर 25 फीट ऊंची इस पुस्तक को तैयार करने में नासिक के पारस लोहाडे व उनके समूह के 10 युवक जुटे, पुस्तक को तैयार करने के लिए 4 हजार वर्ग फीट लोहे का पाइप, 8 हजार 500 वर्ग फीट फ्लेक्स व 40 लीटर रंग का उपयोग किया गया।