लगातार बारिश से जलाशयों में पानी की आवक बरकरार
आयड़ में पानी के वेग में एक बहा
udaipur. और आखिरकार फतहसागर भी छलक गया। पिछोला (स्वररूपसागर) कल ही छलक चुका था। पानी की लगातार आवक के बाद उसके गेट खोलने पडे़। आयड़ नदी में एक आदमी की बहने से मृत्यु हो गई। बुधवार को भी वर्षा का दौर जारी रहा।
बड़ी आस लगाए शहरवासियों सहित उदयपुर के प्रवासी निवासियों की आस भी पूरी हुई। हर कोई फतहसागर को छलकता देखने को आतुर था। जो बाहर थे, उन्हों ने सोशल मीडिया के जरिये फतहसागर को छलकता देखा तो स्थाथनीय शहरवासियों की भीड़ उमड़ पड़ी। कई युवाओं ने भावावेश में फतहसागर को कल ही छलका दिया था तो कोई गत वर्ष का फोटो शेयर करने से भी नहीं चूका।
मंगलवार देर रात तक फतहसागर का जल स्तीर 12.5 फीट को पार कर चुकने की सूचना के बाद लोग सुबह से चक्ककर लगा रहे थे। दोपहर 12 बजे बाद फतहसागर से पानी रिस रिस कर छलकने लगा। करीब 3 बजे बाद तो पानी छलक ही पड़ा जिससे लोगों की आशाएं पूरी हुई।
जिले में दो दिन से हो रही निरन्तर वर्षा से जलाशयों में पानी की आवक जारी है। उधर स्वरूपसागर एवं फतहसागर ओवरफ्लो होने से दोनों झीलों का पानी आयड़ नदी में प्रवाहित होने से नदी का रूप भी निखर उठा। आयड़ नदी में श्री निकेतन के पास से एक व्यरक्ति गिर पड़ा। प्रत्य क्षदर्शियों ने बताया कि कुछ भी पता नहीं चल पाया। अचानक व्यगक्ति गिर गया और देखते ही देखते वेग से बह रहे पानी के साथ निकल गया। वहां से गुजर रहे भगवतीलाल औदिच्यग ने बहते व्य क्ति का फोटो खींचा लेकिन काफी दूर होने से कुछ पता नहीं चल पाया।
जल संसाधन विभाग के बाढ़ नियन्त्रण कक्ष के अनुसार बुधवार सुबह 8 बजे समाप्त चौबीस घण्टों में सर्वाधिक 4 इंच वर्षा उदयसागर पर दर्ज की गई जबकि उदयपुर शहर में 52 मिमी. वर्षा, स्वरूपसागर व नाई में 61, देवास व वल्लभनगर में 60, सेमारी में 50, मदार बडा़ में 42,ऋषभदेव में 30, कोटडा़ में 26, ओगणा में 25, सलूम्बर में 19, सोमकागदर व खेरवाडा़ में 18-18, जयसमन्द व बागोलिया 15-15 तथा गोगुन्दा में 14 मिमी. वर्षा रिकॉर्ड की गई।