udaipur. आज विघटनकारी प्रभावी हैं और सरकारों को बनाने, हटाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। मूल असम के लोग पहली बार अपने राज्य छोड़ अन्य राज्यों में कश्मीर की तर्ज पर शरणार्थी बनने को मजबूर हैं।
ये विचार भाजपा नेता नगर विधायक गुलाबचन्द कटारिया ने पार्टी कार्यालय में ‘असम में बंग्लादेशी घुसपैठ—एक समस्या’ विषयक विचार गोष्ठी में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने जिन परिस्थितियों में अलग दल की स्थापना की वो सिर्फ और सिर्फ पहले प्रधानमंत्री की गलत नीतियों की वजह से हुई जिससे राष्ट्र खण्ड-खण्ड हो जाता, देश बर्बाद हो जाता। कांग्रेस ने शुरू से ही देश से उपर वोट की ताकत को प्राथमिकता दी। वोट बैंक की खातिर तुष्टिकरण की नीति के चलते कई निर्णय किए जो देशहित में नहीं थे। हमने अपने देश मे अल्पसंख्यक समुदाय को हर अधिकार दिये। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की हालत पर विचार करें तो आंखों में पानी भर आयेगा।
कटारिया ने कहा कि अनुमानत: अब तक करीब 5 करोड़ से ज्यादा बंग्लादेशी घुसपैठिये हमारे देश में घुसपैठ कर चुके हैं। मजे की बात तो यह कि करीब 3 करोड़ घुसैपेठियों ने तो देश की नागरिकता ले रखी है। कटारिया ने कहा कि आसाम के 27 जिलो में 11 जिले मुस्लिम बहुल हो चुके है। कुल जनसंख्या की 32 प्रतिशत आबादी मुस्लिम बहुल हो गयी है, 126 विधानसभा सीटो में करीब 42 विधानसभा ने मुस्लिम आबादी निर्णायक होती है, आसाम का मुख्यमंत्री कौन हो इसका निर्धारण भी मुस्लिम आबादी ही करती है। इसी मसले पर पूर्व में असम गण परिषद की स्थापना हुई एवं जब सरकार बनी तो राज के भिखारियों ने लक्ष्य भूला दिया व अगले ही चुनाव में सत्ताच्युत हो गए। इस तरह घुसपैठ का फोडा़ नासूर बनते बनते कैंसर बन गया। कटारिया ने कहा कि यह झगड़ा हिन्दू-मुस्लिम का नहीं है यह तो हमारे देश के दुश्मनों का देश को टुकड़ों-टुकडों में बांटने और देश की तरक्की, शान्ति खत्म करने की साजिश है।
कटारिया ने कहा कि आबादी नियंत्रण के नियम एक समुदाय पर नही लादने चाहिए सभी समुदाय पर इसकी पालना का कानून हो। अफजल को फांसी पर राजनीति की निन्दा करते हुए कटारिया ने कहा कि देश की संसद पर हमला करने वालों को बचाया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी घोषणा पत्र में साफ लिखती है कि कांग्रेस सत्ता में आई तो अफजल को फांसी नहीं होगी। यह जो परिस्थिति है, उस पर चिन्ता नहीं की तो पूरे देश में यह साम्प्रदायिक जहर फैल जायेगा। इस देश के विभिन्न शहरों में जो अपराधिक गतिविधियां हो रही है। उसमें 40 प्रतिशत से ज्यादा बंग्लादेशी लिप्त हैं।
इससे पूर्व वरिष्ठ नेता पूर्व विधानसभाध्यक्ष शान्तिलाल चपलोत, सभापति रजनी डांगी, प्रदेश मंत्री प्रमोद सामर, शहर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मांगीलाल जोशी, किरण जैन, चन्द्रसिंह कोठारी, वन्दना मीणा, चुन्नीलाल गरासिसा ने सम्बोधित किया। संचालन चन्द्रसिंह कोठारी व धन्यवाद मोतीलाल डांगी ने दिया।