मक्का पर प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन
udaipur. मक्का के करीब 50 एकड़ क्षेत्र में 97 प्रथम पंक्ति प्रदर्शनों का आयोजन किया गया। इसमें किसानों को मक्का की संकर किस्म5 बायो 9681 के साथ संतुलिक उर्वरक उपयोग, बीजोपचार व अन्य उन्नत प्रौद्योगिकी उपलब्ध करवाई गई।
कार्यक्रम का आयोजन प्रसार शिक्षा निदेशालय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा किया गया था। गांव के किसान जनार्दन सिंह व नानालाल मेघवाल ने बताया कि प्रदर्शनों से हमें इस वर्ष प्रति बीघा 15-16 क्विंटल मक्का प्राप्त हो जायेगी जबकि देसी किस्मों से मात्र 4-5 क्विंटल प्रति बीघा उपज ही मिलेगी।
प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन जर्नाधन सिंह के खेत पर आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि विश्वकविद्यालय के कुल सचिव व क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक डॉ. पी. के. गुप्ता ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि खेती से अधिक आय प्राप्त करने के लिये समन्वित कृषि प्रणाली अपनानी चाहिये तथा विश्वपविद्यालय द्वारा विकसित कृषि प्रौद्योगिकी को अपनाकर अधिक आय प्राप्त करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि किसान यदि प्रदर्शन से अधिक पैदावार प्राप्त करता है तो उसे बाद में भी अपनाना चाहिये तथा अन्य किसानों में भी उस प्रौद्योगिकी का प्रचार-प्रसार करना चाहिये। अध्यक्षता करते हुए विश्वपविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. इन्द्रजीत माथुर ने बताया कि किसानों को फसल विविधीकरण अपनाना चाहिये जिससे उनको प्रति इकाई क्षेत्र से अधिक आमदनी हो सके। कार्यक्रम में मक्का परियोजना के वैज्ञानिक डॉ. बी. एल. माली, डॉ. मुकेश व्यास, डॉ. बी. एल. बाहती, डॉ. प्रमोद चौधरी व डॉ. नरेश पंड्या ने किसानों को मक्का की उन्नत खेती की जानकारी दी। संचालन डॉ. आर. एस. राठौड़ ने किया व धन्यवाद डॉ. जी. एस. जैतावत ने दिया।