बांसवाड़ा। जन-मन में देवताओं की दिवाली के रूप मनाई जाने वाली कार्तिक पूर्णिमा की शाम बुधवार को विशेष नजारों के साथ यादगार बन गई जब माही महोत्सव के तहत कागदी पिकअप वियर पर दीपदान में प्रवाहित दीपकों ने जल को सौंदर्य सृष्टि प्रदान की।
माही महोत्सव आयोजन के रूप में चार वर्षों बाद इस अनोखे नजारों के गवाह बने हजारों शहरवासी। आज सायं कागदी पिक-अप वियर पर माही महोत्सव के तहत दीपदान कार्यक्रम में हजारों शहरवासियों ने जल में दीप प्रवाहित कर महोत्सव के प्रति अपनी श्रद्घाएं व्यक्त की। पानी में हजारों दीपकों ने जमीं पर तारे उतर आने का सा नजारा प्रस्तुत किया। इसी तरह कुशलबाग मैदान में प्रदेश के ख्यातनाम शोरगर उस्मान भाई ने एक के बाद एक अनोखे आतिशी नजारों के माध्यम से लोगों का मनोरंजन किया। शोरगर उस्मान ने 25 विभिन्न प्रकार के आतिशी नजारों के 55 आईटमों के माध्यम से दिवाली सा नजारा प्रस्तुत किया। ये सभी आतिशी नजारे आसमां के सितारों से होढ़ करते नजर आए। आकर्षक आतिशबाजी को देखने के लिए हजारों की संख्या में शहरवासी मौजूद थे।