दो वर्षीय बच्चे की जान बचाई
udaipur. वल्लभनगर निवासी दो वर्षीय बालक महिपाल की श्वाकस नली में फंसी दो इंच की कील यहां गीतांजलि मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सफलतापूर्वक निकाली गई।
महिपाल ने बुधवार को खेलते-खेलते दो इंच लंबी लोहे की नुकीली कील निगल ली। परिजन बच्चे को गीतांजली हॉस्पिटल लेकर आए। हॉस्पिटल में दूरबीन (ब्रोन्कोस्कॉपी) द्वारा मरीज की श्वाेस नली से कील सफलतापूर्वक निकाली गई। हॉस्पिटल के ईएनटी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ए. के. गुप्ता ने बताया कि कील से मरीज की जान जा सकती थी। कील से मरीज की श्वाेस नली, अन्न नली व फेफडों में छेद होने का खतरा था। बच्चे के गले व छाती का एक्स रे व सीटी स्केन करने पर कील श्वासस नली में पाई गई। मरीज को तुरंत ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया, जहां दूरबीन द्वारा (ब्रोंकोस्कॉपी) से कील को सफलतापूर्वक निकाला गया। ऑपरेशन के बाद महिपाल पूर्णत: स्वस्थ है। ऑपरेशन में हॉस्पिटल के ईएनटी विभाग के चिकित्सक डॉ. प्रितोश शर्मा व एनस्थिसिया विशेषज्ञ डॉ. प्रकाश औदिच्य व डॉ. सीमा परतानी ने भी सहयोग किया।