प्रयास अधिवक्ताओं व बार को करने होंगे
सराहा स्टडी सर्किल को
Udaipur. बार एसोसिएशन उदयपुर की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के शपथग्रहण समारोह में राजस्था्न उच्चब न्यायालय के न्यायमूर्ति गोविंद माथुर ने कहा कि अधिवक्ता समाज का बुद्धिजीवी वर्ग है और समाज के हितों की रक्षार्थ अधिवक्ताओं को कार्य करना चाहिये। उदयपुर में कई ट्रिब्यूनल्स की बैंच होनी चाहिये और इसके लिये अधिवक्ताओं और नई कार्यकारिणी को प्रयास करना चाहिये।
उन्होंने नये अधिवक्ताओं के लिये नई कार्यकारिणी द्वारा प्रारम्भ किये जाने वाले स्टडी सर्कल की सराहना की। उन्होंने कहा कि अवसर प्राप्त होते है और चले जाते है किंतु एक दृष्टि, एक दिशा और परिपक्वता से किया गया प्रयास ना केवल सफल होता है वरन् संस्था के भी हितार्थ होता है। माथुर ने उदयपुर में एकेडमिक भवन की भी आवश्यसकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता को सदैव विनम्र होना चाहिये लेकिन अपनी बात न्यायालय के समक्ष दृढ़ता से रखनी चाहिये। अध्यक्षता जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामचंद्र सिंह झाला ने की। उन्होंने पार्किंग की समस्या को अत्यन्त चिन्ताजनक बताते हुए नगर सभापति, नगर विकास प्रन्यास के अध्यक्ष एवं शहर विधायक से इस मामले में हस्तक्षेप कर इसका समुचित समाधान करने हेतु कहा।
शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कोई भी आंदोलन जाया नहीं जाता। अधिवक्ताओं का वर्षों से प्रत्येक माह की 7 तारीख को किया जा रहा आंदोलन भी व्यर्थ नहीं जाएगा। कटारिया ने कहा कि उनके बचपन में इस भवन को हाईकोर्ट के नाम से जाना जाता था और हमारी धरोहर को वापस लाना हमारा अधिकार है। कटारिया ने अपने विधायक कोटे से लिटिगेंट शेड के लिये पांच लाख रुपए की घोषणा की। विशिष्टज अतिथि के रूप में सभापति रजनी डांगी ने अधिवक्ताओं की बैठक एवं पार्किंग के बाबत् हरसंभव सहयोग देने का आश्वा सन दिया तथा नगर विकास प्रन्यास के अध्यक्ष रूपकुमार खुराना ने अधिवक्ताओं से संबंधित योजनाओं के संबंध में पूर्णकालिक सहयोग देने का आश्वासन दिया। रजनी डांगी ने लिटिगेंट शेड के निर्माण की घोषणा की।
कार्यवाहक अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह सोलंकी ने नई कार्यकारिणी के अध्यक्ष भरत कुमार जोशी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। तत्पश्चाषत् जोशी ने अपनी नवगठित कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों में उपाध्यक्ष मंजुर हुसैन शेख, महासचिव भरत कुमार वैष्णंव, सचिव अंकुर टांक, वित सचिव स्वाति रॉबर्ट, पुस्तकालय सचिव अभिनव द्विवेदी तथा सहवृत सदस्यों के रूप में गोतमलाल सिरोया, मोहम्मद युसुफ चौहान, ब्रजेन्द्र सेठ, श्रीमती चन्द्रप्रभा चन्द्रावत, गजपाल सिंह राठौड, करणवीर सिंह चौधरी और सत्येन्द्र सिंह सांखला को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
बार अध्यक्ष भरत कुमार जोशी ने अधिवक्ताओं की मूलभूत समस्याओं के संबंध में नये चेम्बर्स, पार्किंग, लिटिगेंट शेड, की जरूरतों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उक्त समस्यों के निराकरण के संबंध में यथाशीघ्र न्यायालय परिसर के समीप ही खान एवं भू विज्ञान विभाग भवन में चार पहियां वाहन की सुविधा तात्कालिक रूप से दिया जाना अति आवश्यूक है ताकि बैठक एवं पार्किंग की व्यवस्था सुचारू हो सके। जिसका समर्थन सभी अतिथियों ने भी किया।
पहली बार भूतपूर्व अध्यक्षों का संऱक्षक मंडल का गठन किया गया जिसमें बी एल सरूपरिया, शांतिलाल चपलोत, फतहलाल नागौरी, हीरालाल कटारिया, कन्हैयालाल चोर्डिया, शकुंतला जोशी, शांतिलाल पामेचा, रोशनलाल जैन, शंभूसिंह राठौड़, प्रकाश पानेरी, गजेन्द्रसिंह सोलंकी को सम्मिलित किया गया। संविधान समिति के सदस्यों एवं अधिवक्ता कल्याण कोष के सदस्योंक का स्वागत किया गया। हीरालाल कटारिया एवं जगदीशचंद्र पाल का सम्मान किया गया। स्टडी सर्कल समिति में कन्हैयालाल लोढा, विरेन्द्र बुरड, दीपक शर्मा, हेमन्त जोशी, सांस्कृतिक समिति में गगन सनाढ्य, हर्षवर्धन जैन, संदीप श्रीमाली, खेलकूद समिति में मो. शरीफ छीपा, देवेन्द्र सिंह झाला, संजय चौधरी, चेम्बर निर्माण समिति में रोशनलाल जैन, बी. एस. जोशी, अनुराग शर्मा, जगदीश चंद्र पाल भूखण्ड आवंटन समिति में त्रिभुवननाथ पुरोहित, लालचंद स्वर्णकार, मदनलाल सेवक, हनुमान प्रसाद शर्मा के नामों की घोषणा की। संचालन एडवोकेट ब्रजेन्द्र सेठ ने किया।