Udaipur. राष्ट्रसंत वसंत विजय यतिवर्य कृष्णगिरी सत्यपीठ के पीठाधीश डॉ. वसंत विजय ने आयड़ महातीर्थ में आज से प्रारम्भ हुई अट्ठम तप की आराधना पर जप, तप की महिमा बताते हुए कहा कि भक्ति भाव से तपस्या करने वालों को जीवन में अद्भुत शक्ति प्राप्त होती है।
वे आयड़ तीर्थ में श्री चिंतामणि पार्श्वकनाथ महापूजन पर आयोजित धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होनें कहा कि मां की महिमा व प्रत्येक पुत्र का मातापिता के प्रति कर्तव्य को विस्तार से समझाते हुए श्री पाश्र्वनाथ पूजन, धरणेन्द्र,पद्मावती पूजन सहित अनेक देवी-देवताओं के पूजन कराया। इस अवसर पर मण्डप में आयोजित विभिन्न प्रकार की भक्ति से मण्डप गुंजायमान हो गया।
राष्ट्रसंत वसंत विजय महाराज के मुखारविन्द से निकले भक्ति गीतों पर भक्तगण भावविभोर होते हुए घन्टों तक ताली बजाते रहे। उन्होंने कहा कि आयड़ तीर्थ का श्रृंगार एंव भक्ति रस से भरे पूजन एंव प्रवचन के वतावरण से ऐसा लगा मानों स्वर्ग उतरकर धरती पर आयड़ तीर्थ में आ गया हो। शहर के जन-जन में आयड़ तीर्थ पहुंचने की होड़ लगी रही। जिसका परिणाम यह रहा कि पूरे दिन आयड तीर्थ में भक्तगणों का तांता लगा रहा। श्री जैन श्वेताम्बर महासभा के अध्यक्ष तेजसिंह बोल्या एंव मंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि कल सोमवार को प्रभात फेरी व प्रतिक्रमण होगा तथा ठीक 10 बजे पार्श्वनाथ भगवान के जन्मदिन के उपलक्ष में विशेष प्रवचन होंगे। महासभा के कार्यक्रम संयोजक प्रतापसिंह चेलावत व कृष्णगिरी शक्तिपीठ के प्रचार-प्रसार विभाग के संयोजक देवीचन्द मुरलेचा ने बताया कि आज से प्रारम्भ हुए अट्ठम तप में 800 से अधिक लोगों ने भगा लिया। अट्ठम तप करने वाले असक्षम लोगों के लिए शक्कर पानी के एकासणे की व्यवस्था भी की गई। रात को भव्य भक्ति की सरिता बही।