Udaipur. ललित कला अकादमी के लखनऊ स्थित क्षेत्रीय केन्द्र तथा पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से बागोर की हवेली में ग्राफिक्स कार्यशाला ‘‘आर्टिस्ट इन रेजिडेन्सी’’ की शुरूआज सोमवार को हुई। वरिष्ठ चित्रकार प्रो. सुरेश शर्मा व प्रो. एल.एल. वर्मा ने दी प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया।
युवाओ तथा छात्रों को ग्राफिक्स शैली में सृजन तकनीक का ज्ञान करवाने तथा सृजन के नव आयामों के परस्पर आदान-प्रदान के उद्देश्य से आयोजित सात दिवसीय कार्यशाला में बड़ौदा के एम. एस. यूनिवर्सिटी की कविता शाह द्वारा मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग, भूपाल नोबल्स महाविद्यालय के फाइन आट्र्स डिपार्टमेन्ट तथा नाथद्वारा के सेठ मथुरादास बिनानी महाविद्यालय के फाइन आट्र्स डिपार्टमेन्ट के 15 छात्र छात्राएँ भाग ले रही हैं। उद्घाटन पर प्रो. सुरेश शर्मा ने ग्राफिक्स तकनीक व कला पर प्रकाश डालते हुए इस कला को जीवन्त बनाये रखने के लिये केन्द्र का साधुवाद किया।
उन्होंने कहा कि जर्मनी से आई इस तकनीक में एचिंग, लीथोग्राफी, कोलोग्राफी आदि तकनीक का प्रयोग होता है। उन्होंने कहा कि डिजिटल तकनीक के आने से ग्राफिक्स शैली के प्रयोग में अपेक्षाकृत कमी आई है। ऐसी कार्यशालाओं से ग्राफिक्स तकनीक को सजीव बनाये रखने में मदद मिलेगी।
केन्द्र निदेशक शैलेन्द्र दशोरा ने कहा कि डिजिटल तकनीक के वनिस्पत ग्राफिक्स में कलाकार का सृजन होता है जिससे उसका व देखने वाले का जुड़ाव सदैव बना रहता है। उन्होंने ग्राफिक्स तकनीक से नव सृजन पर बल देते हुए छात्रों से इस कला को जीवन्त बनाए रखने में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की। कार्यशाला में आई विशेषज्ञ कविता शाह ने ग्राफिक्स के ऐतिहासिक पक्ष की चर्चा करते हुए डिजिटल तकनीक के विकास के दौर में इस कला में सृजनता का पुट भरने की बात पर जोर दिया। इससे पूर्व केन्द्र निदेशक दशोरा ने श्री सुरेश शर्मा तथा प्रतिभागी छात्रों, अतिरिक्त निदेशक फुरकान खान ने एल. एल. वर्मा तथा ग्राफिक्स प्रभारी हेमन्त मेहता ने कविता शाह को पुष्प्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।