श्रावकों का आगमन शुरू
Udaipur. आयड़ तीर्थ पर भगवान महावीर स्वामी जिनालय एवं जिनबिम्बों, गुरु बिम्बों, शासन रक्षक देव-देवियों की भव्य प्रतिष्ठा का अष्टाह्निका महोत्सव का आगाज बुधवार को 7 फरवरी को स्नात्र पूजा एवं पंच कल्याणक पूजा से होगा। इस प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लेने के लिए देश के विभिन्न प्रान्तों से समाजजनों से आना प्रारम्भ हो गया है।
महासभा अध्यक्ष तेज सिंह बोल्या ने बताया कि श्री जैन श्वेताम्बर महासभा के तत्वावधान में शान्तिदूत आचार्य नित्यानंद सूरिश्वर जी एवं पैंतालिसवें वर्षीतप के तपस्वी आचार्य वसंत विजय सूरिश्वर जी की निश्रा में आयड़ तीर्थ पर भगवान महावीर स्वामी का नवनिर्मित मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर गुजरात, मध्यप्रदेश, पंजाब, दिल्ली, कलकत्ता के अलावा मेवाड़, गोरवाड़ और मारवाड़ से समाजजनों का आना प्रारम्भ हो गया है। उन्होंने बताया कि इनको ठहराने के लिए समाज की धर्मशालाओं में व्यवस्था की गई है। समारोह स्थल पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सजावट का कार्य शुरू कर दिया गया है।
महासभा के मंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि 7 से 14 फरवरी तक होने वाली भव्य प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत तीर्थ स्थल पर विराजित सभी मंदिरों में आकर्षक सजावट का कार्य शुरू कर दिया गया है। भीनमाल से पुष्प सज्जा करने वाली टीम उदयपुर पहुंच गई है। पाली से भगवान की अंगरचना करने वाली टीम उदयपुर आई है जो भगवान की प्रतिदिन हीरे-जवाहरात और चांदी के पुष्पों से आकर्षक अंगरचना करेगी। प्रतिष्ठा के निमित्त प्रतिदिन होने वाली पूजा के लिए अहमदाबाद से विधिकारक आ रहे है। यही नहीं प्रतिदिन शाम को भक्ति संध्या आर्केस्ट्रा गु्रप मदन भाई द्वारा की जाएगी। मुख्य संयोजक किरणमल सावनसुखा ने बताया कि इस भव्य प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान आयड़ तीर्थ पर नवनिर्मित भोजनशाला एवं धर्मशाला का भी आचार्यश्री की निश्रा में उद्घाटन किया जाएगा।