थाइराइड रोग निवारण आयुर्वेद चिकित्सा शिविर
Udaipur. खाने मे बैंगन, सिंघाडा, जामुन आदि बैंगनी रंग की वस्तुओं में आयोडिन होता है। पानी की कठोरता कम करने हेतु अजवाईन का नित्य प्रयोग करने व बोर की जड़ को दूध के साथ एवं विदारिकन्द की जड को दूध के साथ उबाल कर पीने एवं आयुर्वेद के सिद्धान्तों दिनचर्या, ऋतुचर्या का पालन कर एवं मानसिक तनाव से दूर रहकर थाईराइड रोग से बचा जा सकता है।
यह जानकारी डॉ. शोभालाल औदीच्य ने राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिंधी बाजार में प्रत्येक बुधवार को लगने वाले शिविरों के क्रम में आज थायराइड रोग निवारण शिविर में रोगियों को दी। आरोग्य दिवस के अन्तर्गत अगला शिविर 13 फवरी को पथरी रोग निवारण पर लगाया जाएगा। शिविर मे डॉ. राजीव भट्ट, नर्स रुक्मिणी कलासुआ, रुक्मिणी परमार, अमृतलाल परमार, शंकरलाल, इन्दिरा डामोर, रामसिंह ठाकुर, गजेन्द्र आमेटा ने सेवाएं दी।