गोगुन्दा में घोषणा की किरोड़ी मीणा ने
Udaipur. महाराणा प्रताप की राजतिलक स्थली गोगुंदा के डूंगतलाई में स्वयं को आदिवासियों का हितैषी बताने वाले दौसा सांसद किरोडी़लाल मीणा ने तीसरे मोर्चे की विधिवत घोषणा की। इसका नाम राष्ट्रीय जनता पार्टी रखा गया है जिसका चुनाव चिह्न किताब होगा। देहात कांग्रेस ने यहां जारी बयान में सभा को फ्लाप शो करार दिया।
पार्टी के नाम की घोषणा झुंझुनूं के नेता सुमेरसिंह तथा छतीसगढ़ के आदिवासी नेता अरविंद नेतराम ने की। इससे पूर्व मीणा ने अपनी पत्नी गोलमा देवी के साथ महाराणा प्रताप की राजतिलक स्थली जाकर पुष्प अर्पित किए। सभा को सम्बोधित करते हुए सांसद मीणा ने कहा कि राज्य में अब जनता को तीसरी पार्टी का विकल्प मिलेगा और पार्टी की प्राथमिकता भयमुक्त वातावरण में आमजन सांस ले सकेगा। राज्यभ में दोनों पार्टियों से जनता तंग आ चुकी है।
प्रदेश के असली मालिक धरतीपुत्र किसानों को उनका हक दिलाना ही पार्टी का उद्देश्य है। प्रताप की राजतिलक स्थली पर आने का तात्पकर्य ही यह है कि यहीं से राजतिलक हुआ है और अब दोनों सरकारों को राजस्थान से तड़ीपार करना है। उन्होंने दोनों पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि गोपालगढ़ कांड में मीणा, जाट, गुर्जरों को आपस में लड़वाया। सभी समाज अब इनकी राजनीति समझ चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने इतना बड़ा घोटाला किया जिसकी जांच की मांग करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। किरोडी़ ने कहा कि वसुंधरा को साढे़ चार साल जनता की सुध नहीं आई। अब चुनाव के समय आ गई है।
सभा में महुआ विधायक पूर्व मंत्री गोलमादेवी ने कहा कि राज्य की जनता के हक के लिए बनाई जा रही नई पार्टी को जनता के समर्थन की आवश्यकता है जिससे उनको उनका पूरा हक मिल सके। विधायक हनुमान बेनीवाल ने कहा कि दोनों सरकारों ने ग्रामीणों का शोषण किया है। अब किसान नेता किरोडी़लाल ने तीसरी पार्टी की घोषणा की है। अब प्रदेश का ग्रामीण अपना हक लेकर रहेगा। छतीसगढ के आदिवासी नेता अरविन्द नेतराम ने कहा कि प्रदेश मे बदलाव की जरूरत है। वे भी छत्तीसगढ़ में तीसरा मोर्चा बनाकर आदिवासियों के हक के लिए लड़ रहे हैं। प्रदेश की जनता को भी अपनी ताकत बताकर तीसरे मोर्चे को विजयी बनाना होगा। सभा में गुर्जर महासभा, ब्राह्मण महासभा, सरगरा समाज सहित अन्यज कई समाजों के नेता मौजूद थे।
पहले वाली सभा में किरोड़ी मीणा के कांग्रेस के देहात जिलाध्याक्ष पर आरोप लगाने से आज भी तनाव की स्थिति रही। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी थी कि सभा में अगर उनके नेता के खिलाफ कोई बयान दिया गया तो वे चुप नहीं रहेंगे लेकिन मीणा ने कोई बयान ही नहीं दिया जिससे स्थिति शांतिपूर्ण लेकिन तनावपूर्ण रही। मौके पर गिर्वा पुलिस उपाधीक्षक अताउर्रहमान, गोगुंदा थानाधिकारी हनुवंतसिंह नजर रखे रहे और बराबर उच्चाधिकारियों को अवगत कराते रहे।
उधर देहात कांग्रेस ने किरोड़ी की सभा को फ्लॉप शो बताया है। देहात पदाधिकारियों ने कहा कि मीणा व उनके समर्थकों की आमसभा को लेकर किये प्रचार व भारी भीड़ जुटने के दावों की पोल खुल गई। क्षेत्र के आदिवासियों ने इस आमसभा में शामिल नही होकर किरोड़ी को आगाह कर दिया कि मेवाड़ की राजनीति सदैव दो दलीय ही रही है और मेवाड़ के आदिवासी यही के नेताओं पर भरोसा करते है और उन्होंने किरोड़ी को नकार दिया है।